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Almora News: डुमलोट के दीपक बने एनडीए 149 कोर्स के टॉपर, प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल से हुए सम्मानित
संवाद न्यूज एजेंसी, अल्मोड़ा
Updated Mon, 01 Dec 2025 12:19 AM IST
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गरुड़ (बागेश्वर)। डुमलोट निवासी दीपक कांडपाल ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के 149वें कोर्स की पासिंग आउट परेड में प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल प्राप्त कर एक अभूतपूर्व उपलब्धि दर्ज की है। यह सम्मान एनडीए का सर्वोच्च पुरस्कार है जो उन्हें नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने प्रदान किया गया।
दीपक के पिता जीवन चंद्र कांडपाल पेशे से ड्राइवर हैं जबकि उनकी माता गीता कांडपाल गृहिणी हैं। साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले दीपक ने साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और अनुशासन के सामने कोई भी बाधा टिक नहीं सकती।
दीपक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सैंट एडम्स पब्लिक स्कूल गरुड़ से पूरी की। इसके बाद उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय गगरिगोल में उच्चतर शिक्षा प्राप्त की। जहां उनके व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमताओं को निखार मिला।
पुणे के खड़कवासला में तीन वर्षों के कठोर प्रशिक्षण के दौरान दीपक ने अकादमिक प्रदर्शन, शारीरिक क्षमता और नेतृत्व कौशल, हर कसौटी पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
उन्होंने अपने पूरे कोर्स में प्रथम स्थान हासिल किया। प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल उनकी निरंतर कड़ी मेहनत, अटूट अनुशासन और असाधारण प्रदर्शन का प्रमाण है।
एनडीए से पास आउट होने के बाद दीपक अब अपनी सेवा अकादमी में आगे का प्रशिक्षण लेंगे जहां वह देश की सेवा के लिए एक युवा सैन्य अधिकारी के रूप में तैयार होंगे।
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दीपक के पिता जीवन चंद्र कांडपाल पेशे से ड्राइवर हैं जबकि उनकी माता गीता कांडपाल गृहिणी हैं। साधारण आर्थिक पृष्ठभूमि से आने वाले दीपक ने साबित कर दिया कि दृढ़ संकल्प और अनुशासन के सामने कोई भी बाधा टिक नहीं सकती।
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दीपक ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सैंट एडम्स पब्लिक स्कूल गरुड़ से पूरी की। इसके बाद उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय गगरिगोल में उच्चतर शिक्षा प्राप्त की। जहां उनके व्यक्तित्व और नेतृत्व क्षमताओं को निखार मिला।
पुणे के खड़कवासला में तीन वर्षों के कठोर प्रशिक्षण के दौरान दीपक ने अकादमिक प्रदर्शन, शारीरिक क्षमता और नेतृत्व कौशल, हर कसौटी पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
उन्होंने अपने पूरे कोर्स में प्रथम स्थान हासिल किया। प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल उनकी निरंतर कड़ी मेहनत, अटूट अनुशासन और असाधारण प्रदर्शन का प्रमाण है।
एनडीए से पास आउट होने के बाद दीपक अब अपनी सेवा अकादमी में आगे का प्रशिक्षण लेंगे जहां वह देश की सेवा के लिए एक युवा सैन्य अधिकारी के रूप में तैयार होंगे।