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Champawat News: मंगोली में आदमखोर तेंदुआ 12 दिन बाद पिंजरे में कैद

संवाद न्यूज एजेंसी, चम्पावत Updated Sun, 23 Nov 2025 10:59 PM IST
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Man-eating leopard in Mongolia captured in cage after 12 days
लोहाघाट के मंगोली गांव में वन विभाग के पिंजरे में फंसा ग्रामीणों को मौत के घाट उतारने वाला तेंद
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लोहाघाट (चंपावत)। मंगोली गांव में ग्रामीण को मौत के घाट उतारने वाला आदमखोर तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया है। तेंदुए के पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
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रेंजर नारायण दत्त पांडेय ने बताया कि रविवार सुबह करीब पांच बजे आदमखोर तेंदुआ पिंजरे में कैद हुआ। ग्रामीणों की सूचना पर सकुशल तेंदुए को रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि 12 नवंबर को मंगोली गांव निवासी भुवन राम (45) पुत्र देवराम पर तेंदुए ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। घटना के बाद से गांव और आसपास के इलाके में दहशत का माहौल था।
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हदशत के कारण अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया था। वन विभाग की ओर से आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए चार पिंजरे लगाने के साथ 10 कैमरा ट्रैप और एक ड्रोन कैमरे से खोजबीन की जा रही थी। 12 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार तेंदुआ कैद हो पाया। रेंजर ने बताया कि पकड़ा गया तेंदुआ नर है और इसकी उम्र लगभग 7-8 वर्ष के करीब है। तेंदुए को रेस्क्यू सेंटर भेज दिया गया है। रेंजर ने बताया कि क्षेत्र में गश्त जारी रहेगी। टीम में अजय टम्टा, रोहित मेहता, हिमांशु ढेक, मोनिका बोहरा, गरिमा, रियाज अहमद, प्रकाश चंद्र जोशी मौजूद रहे।
घटना स्थल से करीब 50 मीटर दूर कैद हुआ तेंदुआ
वन विभाग के एसडीओ सुनील कुमार ने बताया कि तेंदुआ घटना स्थल से करीब 50 मीटर दूर पिंजरे में कैद हुआ है। उन्होंने बताया कि 11 दिन तक वन विभाग के कर्मियों ने गश्त कर लोगों को सतर्क किया। उन्होंने अभी भी देर शाम अकेले घर से बाहर नहीं निकलने की अपील लोगों से की है।
तेंदुए की दस्तक से खेतीखान क्षेत्र में डर का माहौल

चंपावत/खेतीखान। क्षेत्र में तेंदुए की दस्तक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है। बीते दिनों में कई बार स्थानीय लोगों को तेंदुआ बाजार क्षेत्र में नजर आ चुका है। इस कारण खेतीखान, त्यारसों, पार-गोशनी आदि आसपास के गांवों में तेंदुए के डर से लोग शाम होते ही अपने घरों में दुबकने के लिए मजबूर हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि तेंदुआ एक हफ्ते में कई बार दिन में भी रिहायशी इलाकों के पास भी घूमता देखा जा चुका है।
ग्रामीण लक्ष्मी दत्त भट्ट ने बताया कि तेंदुए की दहशत के कारण बच्चों को स्कूल भेजने में भी डर लग रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता आलोक वर्मा ने वन विभाग से क्षेत्र में गश्त और पिंजरा लगाने की मांग की है। उन्होंने बताया कि तेंदुआ कई बार लोगों के सीसीटीवी कैमरों में भी चहलकदमी करते हुए कैद हुआ है। वन विभाग के एसडीओ सुनील कुमार ने लोगों से रात के समय बेवजह बाहर नहीं निकलने की अपील की है। संवाद
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