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Pithoragarh News: देश में महक रही सीमांत के तिमूर से बने परफ्यूम की खुशबू
संवाद न्यूज एजेंसी, पिथौरागढ़
Updated Sun, 07 Dec 2025 10:58 PM IST
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तिमूर से बना परफ्यूम।
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पिथौरागढ़। सीमांत जिले के धारचूला और मुनस्यारी में होने वाले तिमूर के बीजों से बने परफ्यूम की महक अब देश भर में फैल रही है। इसके सकारात्मक नतीजों को देखते हुए प्रदेश सरकार पिथौरागढ़ को महक क्रांति के जरिये तिमूर वैली के रूप में विकसित करने जा रही है।
धारचूला और मुनस्यारी विकासखंडों के ऊंचाई वाले स्थानों पर उच्च गुणवत्ता का तिमूर पाया जाता है। स्थानीय लोग चटनी और मसालों के रूप में इसका प्रयोग वर्षों से करते आ रहे हैं। सगंध पौधा केंद्र (कैप) सेलाकुई, देहरादून ने तिमूर के बीज से परफ्यूम तैयार किया है। हाउस ऑफ हिमालयाज को तीन हजार बोतल परफ्यूम बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है। परफ्यूम के 100 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 4,675 रुपये रखी गई है। 2023 में उत्तराखंड में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह परफ्यूम भेंट किया गया था। उन्होंने इसकी खुशबू की खूब सराहना की थी।
कैप के जिला प्रभारी सुनील सिंह बर्थवाल ने बताया कि धारचूला और मुनस्यारी में लगभग 1500 काश्तकार तिमूर के उत्पादन से जुड़े हैं। कैप की ओर से मानसून सीजन में धारचूला, मुनस्यारी के अलावा विण ब्लॉक में 17 हजार पौधे लगाए गए हैं। यहां से मिलने वाले सफल नतीजों के बाद तिमूर को अन्य पर्वतीय जिलों में भी उगाने की योजना है। अगले 10 वर्षों में पांच हजार हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों के जरिये तिमूर के पौधे लगाए जाएंगे।
बाक्स
सीएम 13 दिसंबर को विषाड़ नर्सरी का करेंगे शिलान्यास
उत्तराखंड में सगंध फसलों को बढ़ावा देने के लिए मंत्रिमंडल की ओर से उत्तराखंड महक क्रांति नीति स्वीकृत की गई है। कैप सेलाकुंई में 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड महक क्रांति नीति (2026-36) लांच करने जा रहे हैं। इसी दिन सीएम पिथौरागढ़ के बिषाड़ स्थित कैप के सेटेलाइट सेंटर का वर्चुअल शिलान्यास भी करेंगे। इसके लिए कैप की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
-- कोट:
उत्तराखंड में पहली बार तिमूर के बीज से परफ्यूम बनाया गया है। परफ्यूम के पेटेंट के लिए इंडियन पेटेंट कार्यालय, दिल्ली में आवेदन भी किया है। पेटेंट मिलने के बाद परफ्यूम पर किए गए शोध को सार्वजनिक करने के अधिकार सुरक्षित रहेंगे। साथ ही तिमूर परफ्यूम की मार्केटिंग को बढ़ावा मिलेगा। -डॉ. नृपेंद्र चौहान, निदेशक सगंध पौधा केंद्र, सेलाकुई
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धारचूला और मुनस्यारी विकासखंडों के ऊंचाई वाले स्थानों पर उच्च गुणवत्ता का तिमूर पाया जाता है। स्थानीय लोग चटनी और मसालों के रूप में इसका प्रयोग वर्षों से करते आ रहे हैं। सगंध पौधा केंद्र (कैप) सेलाकुई, देहरादून ने तिमूर के बीज से परफ्यूम तैयार किया है। हाउस ऑफ हिमालयाज को तीन हजार बोतल परफ्यूम बिक्री के लिए उपलब्ध कराया गया है। परफ्यूम के 100 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 4,675 रुपये रखी गई है। 2023 में उत्तराखंड में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह परफ्यूम भेंट किया गया था। उन्होंने इसकी खुशबू की खूब सराहना की थी।
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कैप के जिला प्रभारी सुनील सिंह बर्थवाल ने बताया कि धारचूला और मुनस्यारी में लगभग 1500 काश्तकार तिमूर के उत्पादन से जुड़े हैं। कैप की ओर से मानसून सीजन में धारचूला, मुनस्यारी के अलावा विण ब्लॉक में 17 हजार पौधे लगाए गए हैं। यहां से मिलने वाले सफल नतीजों के बाद तिमूर को अन्य पर्वतीय जिलों में भी उगाने की योजना है। अगले 10 वर्षों में पांच हजार हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों के जरिये तिमूर के पौधे लगाए जाएंगे।
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सीएम 13 दिसंबर को विषाड़ नर्सरी का करेंगे शिलान्यास
उत्तराखंड में सगंध फसलों को बढ़ावा देने के लिए मंत्रिमंडल की ओर से उत्तराखंड महक क्रांति नीति स्वीकृत की गई है। कैप सेलाकुंई में 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड महक क्रांति नीति (2026-36) लांच करने जा रहे हैं। इसी दिन सीएम पिथौरागढ़ के बिषाड़ स्थित कैप के सेटेलाइट सेंटर का वर्चुअल शिलान्यास भी करेंगे। इसके लिए कैप की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
उत्तराखंड में पहली बार तिमूर के बीज से परफ्यूम बनाया गया है। परफ्यूम के पेटेंट के लिए इंडियन पेटेंट कार्यालय, दिल्ली में आवेदन भी किया है। पेटेंट मिलने के बाद परफ्यूम पर किए गए शोध को सार्वजनिक करने के अधिकार सुरक्षित रहेंगे। साथ ही तिमूर परफ्यूम की मार्केटिंग को बढ़ावा मिलेगा। -डॉ. नृपेंद्र चौहान, निदेशक सगंध पौधा केंद्र, सेलाकुई

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