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Udham Singh Nagar News: छात्रवृत्ति के लिए भटकने को मजबूर छात्र-छात्राएं
संवाद न्यूज एजेंसी, ऊधम सिंह नगर
Updated Fri, 28 Nov 2025 01:12 AM IST
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काशीपुर। राधेहरि पीजी कॉलेज में संचालित बीएड के सत्र 2024-25 के लिए मान्यता की लड़ाई एक साल तक लड़ी गई। जब विद्यार्थी लड़ाई जीत गए तो अब उन्हें छात्रवृत्ति के लिए भटकना पड़ रहा है। समाज कल्याण विभाग और जनप्रतिनिधि पोर्टल बंद होने की बात कर उन्हें टरका रहे हैं।
राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीएड सत्र 2023-25 की छात्रा पूजा प्रजापति ने शिकायत पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने कहा था कि 2024-25 सत्र की मान्यता नहीं थी। इस कारण से अध्ययनरत 52 बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया था। छात्र-छात्राओं ने अपनी समस्या के समाधान के लिए काफी प्रयास किए। उन्होंने कॉलेज प्रशासन, बीएड विभाग, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के चक्कर काटने के बाद सीएम पोर्टल और खुद सीएम से भी शिकायत की थी।
करीब एक साल तक भटकने के बाद अब सत्र 2024-25 को मान्यता मिल गई है। पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद परिणाम भी आ चुका है। इधर, छात्र-छात्राओं ने बताया कि ओबीसी/एसएसी/एसटी के करीब 24 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति भी नहीं मिल रही है। वे लोग कॉलेज प्रशासन, बीएड विभाग, समाज कल्याण विभाग और नेताओं के कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं। कहीं से भी समाधान नहीं निकल रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि बीएड विभाग और समाज कल्याण विभाग को पोर्टल खुलवाना चाहिए। उन्होंने सरकार से गरीब छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति दिलाने की मांग की है।
कोट
सत्र 2024-25 की मान्यता मिल गई है। मान्यता के लिए करीब एक साल लगा है। समाज कल्याण विभाग में विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के लिए बात की जाएगी। - डॉ. नीरज शुक्ला, बीएड विभागाध्यक्ष
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राधेहरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीएड सत्र 2023-25 की छात्रा पूजा प्रजापति ने शिकायत पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने कहा था कि 2024-25 सत्र की मान्यता नहीं थी। इस कारण से अध्ययनरत 52 बच्चों का भविष्य अधर में लटक गया था। छात्र-छात्राओं ने अपनी समस्या के समाधान के लिए काफी प्रयास किए। उन्होंने कॉलेज प्रशासन, बीएड विभाग, कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के चक्कर काटने के बाद सीएम पोर्टल और खुद सीएम से भी शिकायत की थी।
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करीब एक साल तक भटकने के बाद अब सत्र 2024-25 को मान्यता मिल गई है। पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद परिणाम भी आ चुका है। इधर, छात्र-छात्राओं ने बताया कि ओबीसी/एसएसी/एसटी के करीब 24 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति भी नहीं मिल रही है। वे लोग कॉलेज प्रशासन, बीएड विभाग, समाज कल्याण विभाग और नेताओं के कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं। कहीं से भी समाधान नहीं निकल रहा है। विद्यार्थियों का कहना है कि बीएड विभाग और समाज कल्याण विभाग को पोर्टल खुलवाना चाहिए। उन्होंने सरकार से गरीब छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति दिलाने की मांग की है।
कोट
सत्र 2024-25 की मान्यता मिल गई है। मान्यता के लिए करीब एक साल लगा है। समाज कल्याण विभाग में विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के लिए बात की जाएगी। - डॉ. नीरज शुक्ला, बीएड विभागाध्यक्ष