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VIDEO : हिमफेड के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही प्राकृतिक खाद, दाम रासायनिक खाद से भी कम
प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार एक के बाद एक नए कदम उठा रही है। किसानों को जहां प्राकृतिक खेती के लिए जागरूक किया जा रहा है तो वहीं अब रासायनिक खाद को रोकने के लिए उन्हीं तत्वों से पूर्ण प्राकृतिक खाद की बिक्री भी शुरू कर दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा प्रदेश में हिमफेड के माध्यम से कई तरह की प्राकृतिक खाद उपलब्ध करवा दी गई है। खास बात यह है कि इस प्राकृतिक खाद में वही सब तत्व मौजूद हैं जो रासायनिक खाद में होते हैं। ऐसे में अब रासायनिक खाद का प्रयोग न करने को लेकर जागरूक किया जा रहा है और हिमफेड के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही प्राकृतिक खाद को बढ़ावा देने की ओर काम किया जा रहा है। हिमफेड से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राकृतिक खाद रासायनिक खाद से सस्ते दामों पर उपलब्ध है। रासायनिक एनपीके 123216 की 50 किलोग्राम की बोरी 1470 रूपये में मिलती है जबकि एनपीके प्राकृतिक तौर पर 50 किलोग्राम एनपीके ग्रोटोफ की बोरी 1047 रूपये में उपलब्ध है। इतना ही नहीं प्रोम ऑर्गेनिग मेन्योर 866, प्राकृतिक पोटाश 717, फर्मेटेड ऑर्गेनिग मेन्योर 651 रूपये में उपलब्ध है। यह भी रासायनिक खाद की तरह की पैकिंग में उपलब्ध है, इसे लंबे समय तक रखा जा सकता है। बता दें कि रासायनिक खाद के ज्यादा प्रयोग से न केवल भूमि की उपजाऊ क्षमता कम हो रही है तो वहीं भूमि में फसलों के लिए जरूरी कीट भी नष्ट हो रहे हैं। जिससे फसलों के उत्पादन में भी गिरावट रहती है। इतना ही नहीं विभिन्न शोध बताते हैं कि फसलों में अत्यधिक रासायनिक खाद के प्रयोग से कई गंभीर बीमारियां फैल रही हैं। जिससे समाज पर विपरीत असर पड़ रहा है। ऐसे में सरकार द्वारा पिछले कुछ सालों में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने को लेकर विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। जिसमें प्राकृतिक खेती से तैयार उत्पादों को सरकार अतिरिक्त दामों पर भी खरीद रही है। इसी दिशा में अब सरकार द्वारा पैकिंग युक्त प्राकृतिक खाद उपलब्ध करवाई जा रही है ताकि किसान झंझट से बच सकें। प्रदेश के सभी 11 हिमफेड क्षेत्रीय कार्यालयों में जरूरत के हिसाब से खाद को उपलब्ध करवाया गया है। जिसको बेचने को लेकर भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ''प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने को लेकर सरकार की तरफ से रासायनिक खाद से मिलने वाले पोषक तत्वों से भरपूर प्राकृतिक खाद सस्ते दामों पर उपलब्ध करवाई जा रही है। हिमफेड के माध्यम से यह खाद किसानों के लिए उपलब्ध है। खाद के प्रयोग से जमीन की उपजाऊ क्षमता भी बनी रहेगी'' -मदन सिंह ठाकुर, कार्यवाहक क्षेत्रीय प्रबंधक हिमफेड
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