प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह मणिपुर का दौरा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के संभावित दौरे को लेकर तैयारियां चल रही हैं। इंफाल स्थित कांगला किले में एक भव्य मंच का निर्माण किया जा रहा है, साथ ही किले की सफाई और रंगाई-पुताई का काम भी हो रहा है। हालांकि अधिकारियों ने किले में मंच निर्माण और सफाई कार्यों की वजह नहीं बताई, लेकिन ये बताया कि इन कामों को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश उन्हें मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी के 13 सितंबर को मणिपुर आने की संभावना है, जो मैतेई और कुकी समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़कने के बाद से पीएम मोदी का पहला राज्य दौरा होगा। एक अधिकारी ने बताया, 'इंफाल के कांगला किले में एक भव्य मंच का निर्माण कार्य चल रहा है। मंच के सामने 15,000 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। किले के अंदर सफाई और रंगाई-पुताई का काम भी चल रहा है।' इंफाल का कांगला किला पूर्व मणिपुरी शासकों की सत्ता का केंद्र रहा है। एक अन्य अधिकारी ने बताया, 'मंच बनाने के लिए सामग्री मणिपुर के बाहर से मंगवाई जा रही है और निर्माण कार्यों में 100 से ज्यादा मजदूर लगे हुए हैं। किले में सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।' किले में आने वाले लोगों की पहचान भी दर्ज की जा रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि इंफाल हवाई अड्डे और कांगला किले के बीच 7 किलोमीटर लंबे रास्ते पर सड़क के बीचों-बीच भी रंग-रोगन और पेड़ों की छंटाई का काम भी किया जा रहा है। एक भाजपा नेता ने बताया, 'हमें अभी तक प्रधानमंत्री के दौरे के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है। अगर वह आते हैं, तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पीएम मोदी का भव्य स्वागत हो।' चुराचांदपुर जिला मुख्यालय में शांति मैदान में भी इसी तरह का काम चल रहा है। जातीय संघर्ष से ग्रस्त राज्य में प्रधानमंत्री के न आने को लेकर विपक्षी दल भाजपा पर हमला कर रहे हैं।