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Rain Havoc: Heavy rain in the next 24 hours in Delhi and many other states including Rajasthan, Himachal, J&K.
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Rain Havoc: राजस्थान, हिमाचल, J&K समेत दिल्ली और कई राज्यों में अगले 24 घंटे भारी बारिश।
वीडियो डेस्क, अमर उजाला डॉट कॉम Published by: अभिलाषा पाठक Updated Mon, 25 Aug 2025 10:52 AM IST
राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश से बाढ़ की स्थिति विकराल हो गई है। कई जगह सड़कें बह गईं हैं। पुल धंस गए हैं। वर्षाजनित हादसों में राजस्थान में पांच किशोर व दो शिक्षकों और हिमाचल प्रदेश में दो लोगों की मौत हो गई। राजस्थान के दौसा, सवाईमाधोपुर, कोटा, बूंदी में गंभीर हालात हैं। जयपुर के कई इलाके भी पानी में डूबे है। कोटा व बूंदी में बचाव अभियान के लिए सेना के जवानों के साथ ही वायुसेना के एमआई 17 हेलिकॉप्टर को लगाना पड़ा है। इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार, 25 अगस्त के लिए कई राज्यों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई है। आईएमडी ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और पहाड़ी राज्यों में अगले 24 घंटे तक तेज बारिश और आंधी-तूफ़ान की चेतावनी दी है।मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बन रहे नए लो-प्रेशर सिस्टम और पश्चिम भारत में सक्रिय चक्रवाती गतिविधि के कारण मानसून का असर तेज होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके परिणाम स्वरूप आने वाले दो-तीन दिनों तक कई राज्यों (खासतौर पर पहाड़ी और समुद्रतटीय) में बारिश की तीव्रता चरम पर रहेगी।उत्तर प्रदेश में दोबारा सक्रिय हुए मानसून के बाद बीते तीन दिनों में प्रदेश के दक्षिणी और तराई इलाकों में कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश देखने को मिली है। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए प्रदेश के पूर्वी और तराई के 30 जिलों में मध्यम से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके बाद 26 अगस्त से अगले पांच दिनों के लिए मानसूनी बारिश में कमी आएगी।
यहां है भारी बारिश का यलो अलर्ट
गाजीपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती. बहराइच, लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, मथुरा, आगरा, फिरोजाबाद, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर व आसपास के इलाकों में। उत्तराखंड के कई जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट, दून समेत तीन जिलों में बंद रहेंगे स्कूल...उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार देहरादून समेत टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर और नैनीताल के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
इसके अलावा अन्य जिलों में बिजली चमकने के साथ तेज दौर की बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। 25 अगस्त को भी पर्वतीय जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। जबकि 27 अगस्त तक प्रदेशभर में तेज दौर की बारिश होने की संभावना है। मौसम के पूर्वानुमान के चलते जिला मजिस्ट्रेट के द्वारा देहरादून, उत्तरकाशी और चमोली जनपद में 1 से 12, एवं आंगनबाड़ी केंद्रो में अवकाश घोषित कर दिया है।वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया, कोटा और बूंदी में फंसे लोगों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। कोटा वायुसेना स्टेशन राहत कार्यों में मदद के लिए अलर्ट पर है। बूंदी में स्टेट हाईवे की सड़क उखड़ गई है। वहीं, उदयपुर में शनिवार रात तेज बारिश के बाद महाराणा भूपल सिंह अस्पताल में पानी भर गया। जयपुर, भरतपुर, बीकानेर, अजमेर में भारी बारिश की आशंका है। जयपुर समेत कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
तीन दशक बाद जम्मू में 24 घंटे में 190 मिमी वर्षा
वहीं, जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। कठुआ में सहार खड्ड नदी पर बने पुल के क्षतिग्रस्त होने से जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन बंद हो गया। जम्मू में आईआईआईएम छात्रावास के भूतल में सात फीट तक पानी भर गया। बचाव दल ने 5 घंटे मशक्कत के बाद 100 छात्रों को बाहर निकाला। बचाव के लिए नावों का इस्तेमाल करना पड़ा। हिमाचल के चंबा के डलहौजी में बादल फटने से कई वाहन मलबे में दब गए। चंबा में भूस्खलन से बस और टैक्सी मलबे की चपेट में आ गए। जम्मू में 24 घंटे में 190.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। तीन दशक बाद ऐसी बारिश हुई। इससे पहले 23 अगस्त, 1996 को 218.4 मिमी बारिश हुई थी। जम्मू में निक्की तवी क्षेत्र में तवी नदी के किनारे बने कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। घरों में पानी घुस गया। सड़कें धंस गईं। पेड़ गिरने से रास्ते बंद हो गए। कश्मीर के गुरेज-बांदीपोरा मार्ग पर दस से ज्यादा जगहों पर भूस्खलन हुआ। इससे वाहनों में सवार दर्जनों लोग फंस गए थे। भारी मशीनरी की मदद से मलबा हटाने के साथ यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।हिमाचल के रोहतांग, कुगती, बारालाचा और शिंकुला दर्रे समेत ऊंची चोटियों पर रविवार को हल्की बर्फबारी हुई, जिससे ठंड बढ़ गई है। बिलासपुर में फोरलेन और पुराना नेशनल हाईवे भूस्खलन के कारण बाधित हो गए हैं। बिलासपुर के अलावा कुल्लू व मंडी का भी शिमला और चंडीगढ़ से संपर्क कट गया है।
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