मध्य प्रदेश के बैतूल जिले में अंतरजातीय विवाह को लेकर सामाजिक बहिष्कार और जातिगत प्रताड़ना के आरोप सामने आए हैं। जनसुनवाई के दौरान पीड़ित परिवारों ने कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी और पुलिस अधीक्षक बैतूल को आवेदन सौंपकर न्याय की मांग की।
शाहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भयावाड़ी की रहने वाली महिला ने शिकायत में बताया कि उन्होंने करीब छह वर्ष पूर्व युवक से विवाह किया था। विवाह के बाद से ही पति के समाज के कुछ लोगों द्वारा उन्हें अपमानित किया जाने लगा और धीरे-धीरे सामाजिक दूरी बना ली गई। पीड़िता का आरोप है कि जातिगत टिप्पणियों और दबाव के कारण वे अपने ससुराल में नहीं रह सकीं, जिससे उन्हें पति के साथ भौरा गांव में अलग रहना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि परिवार, रिश्तेदारों और गांव के लोगों पर भी दबाव बनाया गया कि वे उनसे कोई संबंध न रखें।
आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया है कि पीड़ित परिवार को सामाजिक, धार्मिक और पारिवारिक आयोजनों से बाहर कर दिया गया है। आरोप है कि समाज के कुछ प्रतिनिधि दोबारा समाज में शामिल करने के नाम पर दो लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। ये एक अकेला मामला नहीं था। ऐसे कई परिवार जनसुनवाई में पहुंचे, जिनके बच्चों ने अंतरजातीय विवाह किया है और जिन्हें इसी तरह सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है। सभी ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।