दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के नरसिंहगढ़ में बीते दिनों हुई गौवंश हत्या के आरोपियों की तलाश में मंगलवार रात कोतवाली और देहात थाना पुलिस ने कसाई मंडी क्षेत्र में छापेमारी की। हालांकि, इस दौरान कोई आरोपी गिरफ्तारी नहीं हो सकी, बताया जा रहा है कि पुलिस गोकशी के फरार आरोपियों की तलाश में यहां पहुंची थी। इससे पहले भी इस क्षेत्र से गोकशी के कई आरोपी पकड़े जा चुके हैं। यही कारण है कि यहां एक पुलिस चौकी भी स्थापित की गई है, जहां 24 घंटे पुलिस बल तैनात रहता है। छापेमारी के दौरान 2-3 संदिग्ध व्यक्ति मिले, जो उत्तर प्रदेश से आकर यहां रह रहे थे। पुलिस को इनकी उपस्थिति की कोई पूर्व सूचना नहीं थी।
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सीएसपी एचआर पांडे ने बताया कि देहात थाना और कोतवाली पुलिस द्वारा की गई इस संयुक्त छापेमारी में कोई अनैतिक गतिविधि या अवैध रूप से लाया गया गौवंश नहीं मिला है। संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने कहा कि गोकशी एक गंभीर अपराध है, ऐसा करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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नदी किनारे मिले थे गौवंश के अवशेष
गौरतलब है कि दो दिन पहले देहात थाना क्षेत्र के नरसिंहगढ़ में नदी किनारे गौवंश के अवशेष मिले थे। इस घटना के बाद हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। संगठन के लोगों का कहना था कि अज्ञात आरोपियों ने गाय की हत्या कर उसके अवशेष नदी में बहा दिए हैं। मौके से गौवंश के पैर और अन्य अवशेष बरामद हुए थे, जिन्हें पुलिस ने पशु चिकित्सक की सहायता से सागर लैब जांच के लिए भेजा था। हिंदू संगठनों के विरोध के बाद पुलिस ने शीघ्र कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था। इसी सिलसिले में कसाई मंडी में यह छापेमारी की गई।