बहन और बहनोई की प्रताड़ना से आहत एक युवक ने गुरुवार को ग्वालियर के हजीरा थाने के बाहर खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। अचानक हुई इस घटना से थाने में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए आग बुझाई और युवक को तत्काल इलाज के लिए जयारोग चिकित्सालय के ट्रॉमा सेंटर भेजा गया।
प्राथमिक उपचार के बाद युवक को जेएएच की बर्न यूनिट में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, पीड़ित युवक आकाश तिवारी हजीरा क्षेत्र का निवासी है और उसका अपने बहनोई शिव शंकर पाठक से संपत्ति विवाद चल रहा है। बताया गया है कि शिव शंकर ने कथित रूप से आकाश के पुश्तैनी मकान पर कब्जा कर लिया है और उसे जबरन अपने नाम करवाने का दबाव बना रहे हैं। इस संबंध में पहले भी हजीरा थाने में शिकायत की गई थी।
बर्न यूनिट के बाहर बैठी आकाश की पत्नी आरती तिवारी ने बताया कि उनके पति गुरुवार सुबह भी थाने में शिकायत करने निकले थे, लेकिन रास्ते में उन्हें धमकाया गया। इसके बाद उन्होंने थाने के बाहर आत्मदाह का प्रयास किया।
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घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कृष्णलाल चांदनी ने कहा, "एक युवक हजीरा थाने के बाहर पहुंचा और खुद को आग लगा ली। उसे तत्काल बचाकर अस्पताल पहुंचाया गया है। प्रारंभिक जांच में मकान विवाद की बात सामने आई है। दोनों पक्षों की ओर से पहले थाने में क्रॉस एफआईआर दर्ज कराई गई थी। फिलहाल युवक की हालत गंभीर है और वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस अब इस पूरे मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। घटना ने प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं कि बार-बार की शिकायतों के बावजूद अगर समय रहते कार्रवाई होती, तो शायद युवक को इतना बड़ा कदम नहीं उठाना पड़ता।
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