मध्यप्रदेश के पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल प्रदेश के हरदा जिले टिमरनी में आयोजित सरपंच सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने सभी पंचायतों के सरपंचों को अपनी-अपनी पंचायत क्षेत्र में अधिक से अधिक पौधे लगाने को लेकर निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने जल स्रोतों के संरक्षण को लेकर भी कार्य कराए जाने की बात कही। मंत्री पटेल ने सरपंचों से कहा कि प्रदेश की पंचायतों में विकास कार्यों के लिए धन की कोई कमी नहीं है। पिछले वर्षों में सरकार ने पंचायतों के अधिकार भी बढ़ाए हैं और खर्च की सीमा भी बढ़ाई है। साथ ही पंचायतों को विकास कार्यों के लिए पहले से अधिक राशि आवंटित की जा रही है। इसलिए सरपंच भी अपनी अपनी पंचायत की आय बढ़ाएं और गांव में विकास कार्य कराएं।
ये भी पढ़ें-
Indore Couple: सोनम के पिता को खटक रही स्कूटी, होटल और तीन ट्रक कचरे की थ्योरी, क्यों कहा पुलिस पर नहीं भरोसा
हरदा जिले के टिमरनी में शनिवार को पंच-सरपंच सम्मेलन का आयोजन किया गया था, जिसमें शामिल होने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री पटेल पहुंचे थे। उन्होंने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि अपनी पंचायतों में सरपंच ईमानदारी से कार्य करें। उन्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के नए प्रावधानों के तहत अब पुल पुलिया पहले से अधिक ऊंचाई के बनाए जाएंगे। साथ ही उन्होंने बताया कि हरदा जिले में 500 से अधिक आबादी की 15 बस्तियां चिह्नित की गई हैं, जहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत नई सड़कें निर्मित की जाएंगी।
ये भी पढ़ें-
CM मोहन यादव ने गृहमंत्री से CBI जांच की मांग की, बोले- पीड़ित परिवार के साथ खड़ा है प्रदेश
मंत्री पटेल ने कहा कि हरदा जिले में 14 नए पुल पुलिया भी इस योजना के तहत निर्मित करने हेतु स्वीकृत किए गए हैं। प्रदेश में नर्मदा परिक्रमा पथ की पंचायतों में रेवा आश्रय सामुदायिक भवन बनाए जाएंगे। वहीं, मंत्री पटेल ने बताया कि मध्य प्रदेश में 247 नदियों का उद्गम स्थल होने के बावजूद कुओं और ट्यूबवेल का जलस्तर गिरता जा रहा है। इसलिए जरूरत जलस्रोतों के संरक्षण और पौधरोपण की है।