मध्यप्रदेश सरकार और प्रशासन लाख दावे करे, लेकिन किसानों की बोवनी के इस रबी सीजन में खाद की किल्लत की खबरें प्रदेश भर से लगातार सामने आ ही रही हैं। प्रदेश में डीएपी की किल्लत की वजह से रबी सीजन की मुख्य फसल मक्का और गेहूं की बुआई पर सीधा असर पड़ता दिख रहा है। वहीं, प्रदेश के खरगोन जिले में भी किसान फसलों की बोवनी का कीमती समय खेत मे बिताने की जगह सोसाइटियों सहित शासकिय गोदामों से खाद मिलने के चक्करों में बिता रहे हैं। बोवनी समय होने के बावजूद पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिलने से क्षेत्र के किसान खासे नाराज हैं।
वहीं, खरगोन के उमरखली रोड स्थित राज्य सहकारी विपणन संस्था पर सैकड़ों की संख्या में किसान डीएपी और 12, 32, 16 खाद मिलने की आस में पहुंच रहे हैं। लेकिन यहां उन्हें जरूरत से कम खाद मिलता देख उनका आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने जमकर हंगामा किया। उनका कहना था कि ग्रामीण क्षेत्रों में सोसाइटियों पर अगर खाद मिल जाए तो हमें शहरों की ओर नहीं आना पड़ेगा। कृषि अधिकारी उन्हें बताते हैं कि जिले के लिए पर्याप्त खाद उपलब्ध है, जिसे हम ग्रामीण क्षेत्र की सोसाइटियों में भी पहुंचा रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है।
हालांकि, किसानों के हंगामे के बीच जिले के कृषि अधिकारी ने बताया कि मार्केट में यूरिया खाद पर्याप्त है। डीएपी और 12, 32, 16 के बीच में थोड़े से कमी आ गई थी। अभी डीएमओ में चार गाड़ियां खड़ी हैं। डीएपी का रैक भी लगा है। यहां पर चंबल फर्टीलाइजर लगभग 90 टन मिलेगा। यहां से समितियों में लगातार खाद पहुंच रहा है। सरकारी समिति और डीएमओ मिल के 75 से 80 प्रतिशत सरकार समितियां में ही जा रहा है। 20 से 25 प्रतिशत प्राइवेट में जा रहा है तो लगभग अधिकतर खाद सरकारी में जा रहा है। लेकिन समस्या रहती है कि कुछ किसान सोसाइटी में खाता नहीं है, वह यहां पर आते है खरीदने के लिए।
इधर, सरकारी अधिकारियों के दावों के बीच किसान अपनी समस्या बताते हुए कहते हैं कि डीएपी और एनपीके 12, 32, 16 इसके लिए हम सुबह से 6 से 7 बजे से यहां आकर लाइन में लगे हुए हैं और अब भी सबको पूरी मात्रा में खाद नहीं मिल रहा है। जबकि जिला प्रशासन बोल रहा है कि पर्याप्त खाद है। यदि पर्याप्त खाद है तो भेज दे सोसाइटी में। यहां किसान सुबह से ठंड के टाइम में लाइन लगाने से बचेंगे। हम सुबह से काम धंधा छोड़कर सोसाइटी में खाद मिल नहीं रहा है, इसलिए लाइन लगा रहे हैं।
इसी बीच किसानों का कहना है कि सोसाइटी में खाद मिल नहीं रहा है। लेकिन दुकानों में ब्लैक में खाद मिल रहा है। 1600 से 2000 रुपये के आसपास में। यहां पर जिला प्रशासन सोशल मीडिया और न्यूज़ पेपर के माध्यम से खबर डालता रहता है कि पर्याप्त खाद है। लेकिन असल में पर्याप्त खाद है ही नहीं। डीएपी 12, 32, 16 की जरूरत है और यह हमें दूसरा खाद पकड़वा देते हैं। आज यहां पर खाद आया है, फिर सुबह से शाम को आना पड़ा, अब दे रहे हैं। सोसाइटी में खाद उपलब्ध हो नहीं रहा है। अगर सोसाइटी में खाद मिल जाए तो हम अपने स्थानीय स्तर पर ले लेंगे। हमें यहां पर खरगोन जिले में आना पड़ता है। सभी लोगों को काम धंधा छोड़कर। कोई 50 किलोमीटर से आता है, कोई 40 किलोमीटर से आता है। कोई 30 किलोमीटर से आता है तो पर्याप्त खाद है तो उसे प्रशासन सोसाइटी में ही उपलब्ध करवा दे।