बांग्लादेश में इस समय कथित तौर पर वहां रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचार को लेकर सर्व हिंदू समाज लगातार अपना विरोध दर्ज करा रहा है। वहीं, इसी के चलते हिंदू समाज के द्वारा एक विशाल प्रदर्शन एवं विशाल रैली आज चार दिसंबर अर्थात बुधवार को मध्यप्रदेश के खंडवा नगर में भी निकाली गई।
बता दें कि तय समय से करीब दो घंटे देरी से निकली। इस रैली में बड़ी संख्या में हिंदू समाज के महिला बच्चे और युवाओं ने एकत्रित होकर नारेबाजी करते हुए जमकर अपना विरोध दर्ज कराया। रैली के पहले शहर के रायचंद नागड़ा स्कूल में एक सभा का आयोजन किया गया था, जहां उपस्थित वक्ताओं ने अपने बयानों के जरिए बंग्लादेश सरकार को जमकर कोसा और वहां के हिंदू अल्पसंख्यक समाज पर किए जा रहे कथित अत्याचार को लेकर लोगों को जागरूक करते हुए सरकार से इसमें हस्तक्षेप करने की मांग रखी।
वहीं खंडवा में निकाली गई इस रैली के लिए आयोजकों के साथ ही जिला प्रशासन भी बीते दो दिनों से तैयारियों में जुटा था। इसको लेकर पूरे जिले में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे। पुलिस और नगर निगम के अमले ने गलियों की बैरिकेडिंग तक कर दी थी। साथ ही इसको लेकर पुलिस अमले के द्वारा शहर में देर रात पैदल भ्रमण भी निकाला गया था, जिसके बाद बुधवार दोपहर करीब तीन बजे निकाली गई रैली में खंडवा एडिशनल एसपी, सीएसपी सहित शहर के तीनों थाना प्रभारी और थानों के बल सहित बाहरी बल मौजूद रहा। वहीं, आयोजकों ने भी इस रैली को सफल बनाने के लिए बाजार में घूमकर, आम लोगों को इसमें शामिल होने की अपील की थी। इधर, शहर में निकली इस रैली को व्यापारियों ने भी समर्थन दिया और अपनी दुकानें बंद रख रैली में शामिल हुए।
रैली के पूरे मार्ग पर पहले तो महिलाएं आगे-आगे तीन-तीन की कतार में चल रही थीं, जिनके बाद पुरुष भी इसी तरह कतारबद्ध होकर निकले। हालांकि, शहर के घंटा घर तक पहुंचते-पहुंचते ये सभी कतारें छोड़ एकजुट होकर चलते दिखाई दिए। रैली उत्कृष्ट विद्यालय प्रांगण शिवाजी चौक से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए निगम तिराहा पहुंची। जहां बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन में सर्व हिंदू समाज द्वारा महामहिम राष्ट्रपति के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। इस विरोध प्रदर्शन और रैली को धार्मिक, आध्यात्मिक, सामाजिक, व्यापारिक, राजनीतिक एवं स्वयंसेवी संगठनों ने अपना समर्थन दिया था। वहीं, निमाड़ चेंबर ऑफ कामर्स सहित व्यापारिक संगठनों ने दुकानों को शाम तक बंद रखने आह्वान किया था, जिसके चलते बाजार भी लगभग बंद ही रहा। इधर, कार्यक्रम संयोजक भूपेंद्र चौहान ने बताया कि बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन में और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए विरोध प्रदर्शन के रूप में रैली निकाली गई थी और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया गया।