शहर के चित्रांश नगर कॉलोनी में एक बार फिर आवारा सांडों का आतंक देखने को मिला है। रविवार को कॉलोनी की गली क्रमांक-2 में आपस में भिड़ते हुए दो सांड एक घर के अंदर घुस गए। इस दौरान घर में खड़ी एक चार पहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गई और घर के भीतर मौजूद तीन महिलाएं किसी तरह भागकर जान बचाने में कामयाब रहीं। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें सांडों को आपस में लड़ते हुए घर में घुसते हुए साफ देखा जा सकता है।
रहवासियों में दहशत, प्रशासन से कार्रवाई की मांग
घटना के बाद स्थानीय रहवासियों में दहशत का माहौल है। उनका कहना है कि कॉलोनी और आसपास के इलाकों में आवारा सांडों और मवेशियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। साप्ताहिक सब्जी बाजार से लेकर अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी ये मवेशी खुलेआम घूमते नजर आते हैं। कई बार इनकी वजह से दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं, लेकिन नगर पालिका द्वारा अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
कांजी हाउस वर्षों से बंद, स्थाई समाधान का इंतजार
शुजालपुर नगर परिषद के सीएमओ रामबाबू शर्मा ने बताया कि पहले आवारा मवेशियों को कांजी हाउस में निरुद्ध किया जाता था और पालकों पर जुर्माना लगाया जाता था। लेकिन अब चारे की व्यवस्था न होने से यह प्रक्रिया बंद कर दी गई है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत मवेशियों को आसपास की गौशालाओं में भेजने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही नगर क्षेत्र में स्थायी गौशाला के लिए भूमि आरक्षित कर ली गई है और जल्द ही गौशाला निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। साप्ताहिक बाजार में मवेशियों की आवाजाही रोकने के लिए विशेष दल भी गठित किया गया है।
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जिलेभर में बेसहारा मवेशियों की भरमार
सिर्फ शुजालपुर ही नहीं, पूरे जिले में बेसहारा मवेशियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ये मवेशी सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर बैठे रहते हैं, जिससे आए दिन हादसे हो रहे हैं। कई बार तो वाहनों की टक्कर से मवेशियों की मौत हो जाती है और कई बार इनकी वजह से लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। कुछ मामलों में तो जान भी जा चुकी है।