जाको राखे साइयां सो मार सके न कोई... यह कहावत समय सटीक बैठी जब एक मां ने अपने जिंदा नवजात को तालाब में फेंक दिया, लेकिन तालाब पर उपस्थित व्यक्ति ने उसे बचा लिया। अब नवजात जिला अस्पताल में भर्ती है। नवजात की मां और उसकी नानी को पुलिस ने हिरासत में लिया है और पुलिस पूछताछ कर रही है।
शनिवार की दोपहर करीब 4:00 का समय टीकमगढ़ शहर का ललितपुर रोड पर स्थित महेंद्र सागर तालाब जहां पर दो महिलाएं एक थैली में जिंदा नवजात को लेकर पहुंची। तालाब पर पहले से ही लोग बैठे हुए थे, लेकिन महिलाओं ने थैले से नवजात को निकाला और तालाब में फेंक दिया, लेकिन तालाब के घाट पर बैठे एक व्यक्ति ने तुरंत छलांग लगा दी और नवजात को सुरक्षित निकाल लिया। वहां पर उपस्थित लोगों ने दोनों महिलाओं को पकड़ लिया और पुलिस को तुरंत सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को लेकर तुरंत जिला अस्पताल पहुंची, जहां पर उसका उपचार जारी है। वहीं दोनों महिलाओं को पुलिस पकड़कर पुलिस कोतवाली टीकमगढ़ ले आई जहां पूछताछ की जा रही है।
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टीकमगढ़ पुलिस कोतवाली के प्रभारी ने बताया कि नवजात की नानी टीकमगढ़ जिले के बम्होरी कला गांव की रहने वाली है और उसकी बेटी की शादी छतरपुर जिले के बक्सवहा में हुई थी, लेकिन बेटी का ससुराल पक्ष से विवाद होने के कारण व टीकमगढ़ में रह रही थी, जहां पर बेटी ने करीब 8 दिन पहले एक नवजात को जन्म दिया शनिवार की दोपहर मां बेटी नवजात को थैली में लेकर के तालाब में फेंकने गई थी। वहां पर लल्लन रैकवार ने तालाब में छलांग लगाकर कि नवजात को बचा लिया। मां बेटी से पूछताछ की जा रही है कि आखिरकार वह कौन से कारण थे, जिसके चलते मां को कुमाता हो गई और साथ दिया उसकी नानी ने।
नवजात की हालत ठीक
टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में ड्यूटी तैनात डॉक्टर दिनकर राठौर ने बताया कि पुलिस एक नवजात को अस्पताल लेकर आई, जिसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। उन्होंने कहा कि उसकी सांसें चल रही हैं और उसको ट्रीटमेंट दिया जा रहा है। नवजात की हालत में सुधार हो रहा है और खतरे से बाहर है।