दताना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट बनाने के लिए राजस्व विभाग भूमि अधिग्रहण की तैयारी में है। धारा 4 के तहत अधिसूचना जारी करने से इसकी शुरुआत होगी। इसके लिए 241 एकड़ जमीन अधिगृहीत होगी, जिसमें 180 किसान प्रभावित होंगे।
सिंहस्थ 2028 में परिवहन और भीड़ प्रबंधन ये बड़ी चुनौती रहने वाली है। लिहाजा शासन-प्रशासन सड़क और रेल मार्ग का विस्तार-सदृढ़ीकरण करने के साथ अब हवाई यात्रा के लिए भी सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। इसी कड़ी में बड़नगर रोड के सदावल में चार हेलीपैड के निर्माण हो रहे हैं। अब दताना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के रूप में डेवलप करने की दिशा में भी कदम बढ़ाए जाने लगे हैं। 2024 में केंद्र सरकार ने रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत उज्जैन सहित 7 शहरों की हवाई पट्टियों को हवाई अड्डों के रूप में अपग्रेड' करके उड़ान सुविधा देने की सहमति दी थी। तब प्राथमिक सर्वे रिपोर्ट भी तैयार की गई थी। कलेक्टर रोशन सिंह ने बताया कि दताना-मताना हवाई पट्टी के डेवलपमेंट के लिए मिले पत्र और शासन के निर्देशानुसार कार्रवाई की जा रही है।
वर्तमान में यहां 950 मीटर का रनवे है। इसे बढ़ाकर 1800 मीटर का किया जाना है। विस्तारीकरण का काम दो फेज में पूरा होगा। पहले फेज के डेवलपमेंट से यहां एटीआर यानी छोटे विमान यहां उतर सकेंगे और उड़ान भर सकेंगे। नाइट लैंडिंग भी हो सकेगी। निर्माण के लिए एमओयू साइन भी होना है। दताना-मताना हवाई पट्टी स्थल पर अभी 95 एकड़ जमीन उपलब्ध है, जबकि डेवलपमेंट के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने 241 एकड़ जमीन की जरूरत जताई है। इसकी पूर्ति के लिए प्रशासन ने सर्वे करवाया है। जमीन की आपूर्ति के लिए करीब 180 किसान व भूमि-झुग्गी झोपड़ी-मकान स्वामी प्रभावित होंगे। मुआवजा राशि का आंकलन कर शासन को अवगत करवाया जा रहा है।