वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने बुधवार को करणी माता मेले की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने प्रताप बंध से करणी माता मंदिर तक की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मंत्री ने पीडब्ल्यूडी की अधिशासी अभियंता को सड़क पर सफेद पट्टी का कार्य तुरंत पूरा कराने और सड़क किनारे सुरक्षा साइनेज लगाने को कहा। साथ ही, दीवारों की सफाई और क्षतिग्रस्त कर्व पत्थरों को पुनः लगाने के निर्देश दिए।
नगर निगम आयुक्त को पेयजल व्यवस्था और सफाई सुनिश्चित करने को कहा गया, जबकि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को मेले में सुरक्षा व्यवस्था व ट्रैफिक नियंत्रण के लिए अतिरिक्त जाब्ता लगाने को कहा गया। बायोडायवर्सिटी पार्क में तितली पार्क बनाने और पौधरोपण जैसे कार्यों को भी प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए।
रेंजर शंकर सिंह ने बताया कि मेले के दौरान वन्यजीवों से सावधान रहने के लिए मार्ग में बैनर और बोर्ड लगाए जाएंगे। सरिस्का की बफर रेंज में स्थित इस मंदिर के आसपास तीन बाघ, दस पैंथर और हाइना का विचरण क्षेत्र है, जिससे सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए जाएंगे।
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चैत्र नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से होगी, जिसके साथ ही लक्खी मेले का आयोजन होगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेले का समय सुबह 6 बजे से शाम 7 बजे तक निर्धारित किया गया है। प्रशासन की ओर से आग न जलाने और जंगल में न जाने की अपील भी की जाएगी।
इस दौरान सीसीएफ सरिस्का संग्राम सिंह कटिहार, डीएफओ अलवर राजेंद्र हुड्डा, डीएफओ सरिस्का अभिमन्यु साहरण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रियंका रघुवंशी, नगर निगम आयुक्त जीतेन्द्र नरुका, पीडब्ल्यूडी की अधिशासी अभियंता अल्का व्यास, यूआईटी के अधिशासी अभियंता कुमार संभव अवस्थी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।