जिले के सरिस्का टाइगर रिजर्व की सदर रेंज में इन दिनों टाइगर ST-2304 की मौजूदगी खूब चर्चा में है। पांच दिनों से लगातार उसकी साइटिंग हो रही है, जिससे पर्यटकों में रोमांच और उत्साह का माहौल है। रविवार को सदर रेंज में टाइग्रेस ST-9 भी घूमते दिखाई दी। दिल्ली से आए पर्यटकों ने दोनों की शानदार झलक अपने कैमरे में कैद की।
सदर रेंज में पहले टाइगर ST-21 की टेरिटरी मानी जाती थी, जिसे लोग युवराज के नाम से जानते थे। मगर अब उसी क्षेत्र में टाइगर ST-2304 सक्रिय दिख रहा है। अनुमान है कि ST-21 ने अपनी पुरानी टेरिटरी छोड़ दी है और ST-2304 ने उसकी जगह ले ली है।
वन अधिकारियों के अनुसार 6 साल का ST-21 सरिस्का का शक्तिशाली नर बाघ माना जाता था लेकिन अब 3 साल का ST-2304 उसकी जगह लेता दिख रहा है। इससे यह संकेत मिलता है कि नया बाघ अभी से काफी ताकतवर है और टेरिटोरियल संघर्ष में आगे निकल सकता है।
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बता दें कि टाइगर ST-2304 टाइग्रेस ST-17 का शावक है। पिछले 10 दिनों में ST-2304 को सदर गेट के आसपास कम से कम पांच बार देखा गया है। वहीं कई दिनों से ST-21 कहीं दिखाई नहीं दिया है, जिससे माना जा रहा है कि उसने अपनी टेरेटरी बदल ली है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि फिलहाल नहीं हुई है।
रविवार सुबह सफारी पर निकले पर्यटकों को ST-2304 की बेहद नजदीकी साइटिंग मिली। बाघ अचानक जिप्सी के पास ट्रैक पर आ गया और बार-बार दाएं-बाएं घूमता रहा। एक बार जब बाघ ने अचानक दहाड़ने जैसा मुंह खोला तो कुछ पर्यटक उत्साह में चिल्ला उठे लेकिन कुछ देर बाद उसके जिप्सी के बेहद करीब आने से रोमांच के साथ हल्का डर भी महसूस हुआ।
वन विभाग का मानना है कि ST-2304 अब नई टेरिटरी स्थापित करने के लिए लगातार घूम रहा है क्योंकि यह इलाका पहले से ही नर बाघ ST-21 का था, इसलिए भविष्य में दोनों के बीच टेरिटोरियल संघर्ष की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
फिलहाल ST-2304 सदर रेंज में स्वतंत्र रूप से विचरण कर रहा है और अक्सर पर्यटकों को दिख भी रहा है। लगातार साइटिंग के कारण सरिस्का आने वाले पर्यटक इस नए बाघ से बेहद रोमांचित हैं।