राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर भाजपा सरकार पर शिक्षा विभाग में रिक्त पदों को भरने में गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने 2023 विधानसभा चुनाव घोषणा पत्र के पेज संख्या 33 पर वादा किया था कि एक वर्ष के भीतर शिक्षा विभाग की सभी रिक्तियां भरी जाएंगी, लेकिन सरकार लगभग दो साल बाद भी इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है।
जूली ने अपने पत्र में आंकड़ों के साथ कहा कि 30 सितंबर 2025 तक शिक्षा विभाग में करीब डेढ़ लाख पद रिक्त हैं। इनमें प्राथमिक शिक्षा में लगभग 25 से 30 हजार पद और माध्यमिक शिक्षा विभाग में 1,23,700 से अधिक पद खाली हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भारी कमी के कारण सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की गुणवत्ता लगातार गिर रही है। इसका सीधा असर प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों की शिक्षा पर पड़ रहा है, जबकि योग्य बेरोजगार अभ्यर्थी नियुक्ति का इंतजार करते-करते हताश हो रहे हैं।
यह भी पढ़ें- अलवर सांप्रदायिक तनाव: भीड़ ने नारेबाजी कर किया परिवार पर हमला, गोली लगने से घायल युवक की मौत; प्रदर्शन तेज
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार किए गए थे। उसी दौरान महात्मा गांधी सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल जैसी अभिनव पहल शुरू की गई थी, जिसने ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों में शिक्षा की नई दिशा दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) 2021 में राजस्थान के विद्यार्थियों ने अधिकांश कक्षाओं में राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन किया था और राज्य का छात्र-शिक्षक अनुपात भी देश में सर्वश्रेष्ठ में से एक था।
जूली ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि सरकार बताए कि शिक्षा विभाग की रिक्तियों को भरने और अपने चुनावी वादे को पूरा करने के लिए कब तक ठोस कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा में निवेश ही राज्य के भविष्य की नींव है और इस पर अब और देरी किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
यह भी पढ़ें- Rajasthan Suicide: राजस्थान के दो घरों में पसरा मातम; जयपुर और सीकर में आठ लोगों की आत्महत्या से हड़कंप