भारी बारिश की चेतावनी के बीच जयपुर नगर निगम ग्रेटर ने शहरवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अलर्ट मोड अपना लिया है। आयुक्त डॉ. गौरव सैनी के निर्देशानुसार शनिवार को निगम की सभी जोनवार टीमें फील्ड में सक्रिय रहीं और जर्जर भवनों का पुनः सर्वे कर उनकी पहचान की। जिन भवनों को संभावित खतरा माना गया, उन पर तुरंत चेतावनी बोर्ड और बैनर लगाए गए। साथ ही ऐसे भवनों में रह रहे परिवारों और आसपास के लोगों को नोटिस जारी कर सतर्क रहने के निर्देश दिए गए।
सुरक्षा सर्वोपरि, आमजन में फैलाई जा रही जागरूकता
आयुक्त डॉ. गौरव सैनी ने कहा कि निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता शहरवासियों की सुरक्षा है। बारिश के दौरान किसी भी प्रकार की जनहानि या दुर्घटना को रोकने के लिए त्वरित कदम उठाए जा रहे हैं। निगम की टीमें लगातार मुनादी और अनाउंसमेंट के जरिए लोगों को जागरूक कर रही हैं ताकि वे सतर्क रहें और अनावश्यक जोखिम से बच सकें।
जरूरत पड़ने पर आश्रय स्थलों की व्यवस्था
निगम ने शहर भर में कई आश्रय स्थल भी तैयार किए हैं, जहां जरूरत पड़ने पर लोग शरण ले सकते हैं। इनमें गांधी घर (बांगड़ अस्पताल परिसर, जेएलएन रोड), लाल कोठी महिला छात्रावास के पीछे (पुलिस मुख्यालय के पास), सांगानेर स्टेडियम रोड स्थित निगम का पुराना भवन, थड़ी मार्केट मानसरोवर हाजिरीगाह, झालाना बाईपास (सुलभ कॉम्प्लेक्स के पास) और जगतपुरा रेलवे स्टेशन के सामने स्थित पुराना पंचायत भवन भांकरोटा शामिल हैं।
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‘खतरे की स्थिति में तुरंत पहुंचें सुरक्षित स्थान पर’
नगर निगम ने अपील की है कि यदि भारी बारिश के दौरान कहीं जलभराव, भवन से संबंधित खतरा या कोई अन्य सुरक्षा समस्या उत्पन्न हो, तो लोग तुरंत निर्धारित आश्रय स्थलों पर पहुंचकर सुरक्षित रह सकते हैं। निगम प्रशासन ने साफ कहा है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
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