राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के बयानों पर भाजपा के दो मंत्रियों ने तीखा पलटवार किया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने मंगलवार को अलग-अलग बयानों में डोटासरा को कटघरे में खड़ा किया और उन्हें जन्मदिन पर व्यवहार सुधारने की नसीहत तक दे डाली।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का लगातार अनावश्यक बयानबाजी करना अशोभनीय है। उन्होंने सलाह दी कि अपने जन्मदिन पर डोटासरा को यह संकल्प लेना चाहिए कि आगे से वे मर्यादित आचरण और शब्दों का प्रयोग करेंगे। गोदारा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता का हवाला देते हुए कहा कि मोदी जी देश की जनता के विश्वास और आशीर्वाद से लगातार तीन बार प्रधानमंत्री बने हैं। यह मनमोहन सिंह जी की तरह नहीं है, जिन्हें अचानक प्रधानमंत्री पद पर बैठा दिया गया था।
गोदारा ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की जड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि संघ ने विचार और संगठन के बल पर करोड़ों दिल जीते हैं और आज लाखों स्वयंसेवक 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के लक्ष्य की दिशा में निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा में एक साधारण कार्यकर्ता भी मेहनत और निष्ठा से किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकता है। इसका उदाहरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हैं।
दूसरी ओर, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने और भी कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए डोटासरा पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासनकाल में शिक्षा विभाग को तबादलों और पोस्टिंग के भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया गया था। दिलावर ने आरोप लगाया कि डोटासरा की राजनीति हमेशा पैसे और पदों के लेन-देन पर टिकी रही है।
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दिलावर ने कहा कि डोटासरा की सबसे बड़ी पीड़ा यही है कि सत्ता से बाहर होने के बाद अब उन्हें भ्रष्टाचार करके पैसे खाने का मौका नहीं मिल रहा। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि शिक्षक दिवस के अवसर पर स्वयं शिक्षकों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सामने सार्वजनिक रूप से माना था कि तबादलों में पैसों का खेल चलता है।
शिक्षा मंत्री ने दावा किया कि भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में तबादले पूरी तरह से पारदर्शिता और योग्यता के आधार पर हो रहे हैं। उन्होंने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस शासनकाल में राजस्थान तबादला भ्रष्टाचार में पूरे देश में नंबर वन पर था।
दिलावर ने शस्त्र पूजन पर कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा कि राक्षसों को हमेशा शस्त्रों से डर लगता है। भारत की संस्कृति में शस्त्र पूजन की परंपरा प्राचीनकाल से रही है और यह आगे भी जारी रहेगी।
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