नगर निगम जयपुर हेरिटेज ने शहर की सफाई व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी और सशक्त बनाने के लिए तकनीकी पहल शुरू की है। इसके अंतर्गत निगम प्रशासन ने कच्ची बस्तियों, स्लम क्षेत्रों और बाजारों में घर-घर जाकर क्यूआर कोड चिपकाने का अभियान शुरू किया है। इन क्यूआर कोड्स के माध्यम से नागरिक सीधे अपनी शिकायतें, प्रश्न और फीडबैक दर्ज करा सकेंगे। यदि किसी मोहल्ले में सफाई नहीं हो रही है या हूपर वाहन समय पर नहीं पहुंच रहा है, तो नागरिक अपने मोबाइल से क्यूआर कोड स्कैन करके तुरंत शिकायत दर्ज कर पाएंगे। दर्ज की गई शिकायत का समाधान अधिकतम 24 घंटे के भीतर करने का लक्ष्य रखा गया है। समाधान की जानकारी भी शिकायतकर्ता को समय पर उपलब्ध कराई जाएगी।
सफाई व्यवस्था को पारदर्शी बनाने पर जोर
निगम आयुक्त डॉ. निधि पटेल ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य नागरिकों को जागरूक करना और सफाई व्यवस्था को पारदर्शी बनाना है। उन्होंने कहा कि अब शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया और आसान हो गई है। इससे जहां नागरिकों को त्वरित सुविधा मिलेगी। वहीं, निगम प्रशासन को भी समस्याओं की वास्तविक जानकारी तुरंत मिल सकेगी।
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आसानी से इस सुविधा का लाभ ले सकेंगे
इस अभियान को ज़मीनी स्तर पर सफल बनाने के लिए वी वॉइस कंपनी की आईईसी टीम और नगर निगम हेरिटेज के स्वच्छता कर्मी मिलकर जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं। स्लम क्षेत्रों और बाजारों में नागरिकों को क्यूआर कोड के उपयोग की जानकारी दी जा रही है, ताकि लोग आसानी से इस सुविधा का लाभ उठा सकें। यह पहल न केवल सफाई व्यवस्था की गुणवत्ता सुधारने में सहायक होगी बल्कि नागरिकों की भागीदारी को भी मजबूत करेगी।
जयपुर हेरिटेज नगर निगम ने सफाई व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए क्यूआर कोड- फोटो : credit
जयपुर हेरिटेज नगर निगम ने सफाई व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए क्यूआर कोड- फोटो : credit