पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इसी के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने देशभर में 7 मई को बाड़मेर सहित चिह्नित 244 ‘नागरिक सुरक्षा जिलों’ में सुरक्षा मॉक ड्रिल किया जाएगा। इसको लेकर बाड़मेर प्रशासन और सिविल डिफेंस ने तैयारियों को पूरा करते हुए बाड़मेर में लगे सायरन की स्थितियों को जांचने और उन्हें शुरू करने के लिए मंगलवार शाम को परीक्षण किया। इस दौरान बाड़मेर में एक के बाद एक गूंज सुनाई दी।
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बाड़मेर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जस्साराम बॉस ने बाड़मेर शहर में विभिन्न स्थानों पर लगे सायरन की जांच करके परखा, ताकि बुधवार को होने वाली मॉक ड्रिल के दौरान किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आए। इस दौरान सिविल डिफेंस के वॉलिंटियर्स को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। हालांकि बुधवार को बाड़मेर में मॉक ड्रिल कब और किस समय किया जाएगा, इसको लेकर अब तक तय नहीं हुआ।
गौरतलब है कि इस मॉक ड्रिल से युद्ध की स्थिति में आपातकालीन तैयारी को परखा और सुदृढ़ किया जा सकेगा। बता दें कि केंद्र सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा एहतियात के रूप में इन कार्यक्रमों को किया जा रहा है। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है, हमें सतर्क रहकर सावधानियों पर विशेष ध्यान देना है, ताकि भविष्य में ऐसी किसी भी परिस्थिति में हम अपना शत प्रतिशत दे पाएं।
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इधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बाड़मेर ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बुधवार को बाड़मेर में होने वाले मॉक ड्रिल को लेकर आश्वस्त किया है कि वे इस मॉक ड्रिल के दौरान संगठन की ओर से हरसंभव सेवा एवं सहयोग उपलब्ध करवाएंगे। बाड़मेर नगर मंत्री दीपू चौहान ने बताया कि इस प्रकार की गतिविधियों से न केवल नागरिकों में आपदा प्रबंधन को लेकर जागरूकता बढ़ती है, बल्कि युवाओं को राष्ट्रीय संकट की घड़ी में तत्पर रहने का अभ्यास भी मिलता है।