चिड़ावा कस्बे में शनिवार शाम रेबीज से संक्रमित सांड का कहर देखने को मिला। सांड ने पूर्व पार्षद अशोक पुजारी समेत चार लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। बाद में तड़पते हुए उसी सांड की भी मौत हो गई। पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गांधी चौक क्षेत्र में सबसे पहले यह बेसहारा सांड अचानक आक्रामक हो गया। उसने घर के बाहर खड़े युवा व्यवसायी राजेश डालमिया पर हमला किया। राजेश ने हमले की आशंका भांपते हुए खुद को बचाने की कोशिश की, लेकिन सड़क पर गिरने से उन्हें चोटें आ गईं। वहीं पास खड़े उनके मित्र अरुण भीमराजका को भी सांड ने निशाना बनाया, लेकिन वे बाल-बाल बच गए।
इसके बाद सांड पुजारी कॉलोनी पहुंचा, जहां 65 वर्षीय पूर्व पार्षद अशोक पुजारी स्कूटी से अपने घर जा रहे थे। सांड ने अचानक उन पर हमला कर स्कूटी से गिरा दिया और करीब डेढ़ मिनट तक लगातार सात बार उन पर हमला किया। इस दौरान उनके परिजन चंद्रप्रकाश पुजारी ने उन्हें बचाने की कोशिश की और पड़ोसी दीपक जोगाई की मदद से डंडे से सांड को भगाने का प्रयास किया। लेकिन सांड ने चंद्रप्रकाश पर भी हमला कर दिया, जिससे वे भी सड़क पर गिरकर घायल हो गए। हमले में अशोक पुजारी की पसलियों में गंभीर चोटें आईं जबकि चंद्रप्रकाश पुजारी के हाथ में फ्रैक्चर हो गया है। उन्हें प्राथमिक इलाज के बाद चिड़ावा से रेफर कर दिया गया।
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घटना की सूचना मिलते ही गौ रक्षक मौके पर पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद सांड को रस्सी से बांधा गया, लेकिन उसने रस्सी तोड़ दी। आखिरकार देर रात उसे दोबारा काबू में लिया गया, मगर कुछ देर बाद ही सांड ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। गौ रक्षकों के अनुसार, सांड संभवतः रेबीज से संक्रमित था, जिसके कारण वह अचानक हिंसक हो गया। CCTV फुटेज में कैद यह घटना क्षेत्र में दहशत और चिंता का कारण बन गई है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल्द ही बेसहारा पशुओं की समस्या पर ध्यान देने की मांग की है।