सब इंस्पेक्टर भर्ती 2021 को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। रविवार को जोधपुर जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर सर्व समाज के बैनर तले सफल और निर्दोष अभ्यर्थियों के हित में बड़ा धरना-प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने चार घंटे तक नारेबाजी कर सरकार से मांग की कि भर्ती को रद्द न किया जाए और निर्दोष अभ्यर्थियों को न्याय मिले।
‘हम निर्दोष, फिर क्यों सजा?’
धरना दे रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने कड़ी मेहनत कर परीक्षा उत्तीर्ण की, लेकिन नकल प्रकरण की आड़ में उन्हें नौकरी से वंचित किया जा रहा है। चयनित अभ्यर्थियों ने तख्तियां उठाकर सरकार से गुहार लगाई कि हमारा कसूर क्या है? उन्होंने कहा कि परीक्षा में टॉपर बनने के बावजूद अब उन्हें सड़कों पर आंदोलन करना पड़ रहा है, जबकि उनके परिवारों ने उम्मीदों के साथ संघर्ष कर उन्हें यहां तक पहुंचाया था।
सर्व समाज का समर्थन और सरकार से सवाल
विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार का रूख अस्पष्ट है। एक ओर बयान दिया जा रहा है कि भर्ती रद्द नहीं हुई, दूसरी ओर अभ्यर्थियों को नियुक्ति से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो वास्तव में दोषी हैं उन्हें बाहर किया जाए, लेकिन मेहनत से चयनित अभ्यर्थियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा।
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कोर्ट और एसओजी की कार्रवाई का हवाला
धरना स्थल पर वक्ताओं ने यह भी बताया कि नकल प्रकरण में एसओजी ने एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया था। लेकिन जांच के बाद जब वह निर्दोष पाया गया तो अदालत के आदेश पर उसे रिहा कर दिया गया। अभ्यर्थियों ने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि सभी चयनित उम्मीदवार दोषी नहीं हैं। उन्होंने भरोसा जताया कि न्यायपालिका पर उन्हें पूरा विश्वास है, लेकिन सरकार को भी स्पष्ट और ठोस कदम उठाने होंगे।
‘न्याय के लिए जारी रहेगा संघर्ष’
धरने का नेतृत्व कर रहे हनुमानसिंह खांगटा ने कहा कि सर्व समाज निर्दोष अभ्यर्थियों के साथ है और संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता। उन्होंने दोहराया कि दोषियों को बाहर करना जरूरी है, लेकिन मेहनत और ईमानदारी से चयनित युवाओं का हक छीना नहीं जाना चाहिए।
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