वो सात समंदर दूर से आए थे। पिछले कई वर्षों से एक-दूसरे से प्यार करते थे और दुनिया के कई देशों की यात्रा भी की लेकिन जब भारत आए और तो यहां की संस्कृति और सनातन परंपराओं के मुरीद हो गए। यही कारण रहा कि दोनों ने तय किया कि वे अपनी शादी भारतीय परंपराओं के अनुरूप करेंगे। यूक्रेन के इस कपल ने जोधपुर में पूरे रीति-रिवाज से शादी कर सात जन्मों का साथ निभाने का वादा किया।
शादी के अवसर पर उम्मेद भवन पैलेस से दूल्हे की बारात निकली, जो खास बाग स्थित दुल्हन के आवास तक पहुंची। बैंड-बाजा बारात के साथ जब बारात पहुंची तो दुल्हन पक्ष ने पूरे जोश के साथ स्वागत किया। वरमाला की रस्म निभाई गई, फोटो सेशन हुए, मेहंदी की रस्म अदा की गई और गीत गाए गए। इसके बाद दोनों ने अग्नि को साक्षी मानकर सनातन धर्म के रीति-रिवाजों के साथ सात फेरे लिए। दूल्हा-दुल्हन दोनों ही यूक्रेन से हैं। लड़की का नाम स्टनिस्लावा और लड़के का नाम आहेलिना है।
ये भी पढ़ें: Banswara News: 50 हजार करोड़ की लागत से बनेगा माही परमाणु बिजलीघर, प्रधानमंत्री 25 सितंबर को करेंगे शिलान्यास
शादी की व्यवस्थाएं देख रहे दीपक ने बताया कि जब इस कपल ने कहा था कि वे राजस्थान के जोधपुर में शादी करना चाहते हैं, इसके बाद सभी तैयारियां शुरू की गईं। लड़की पहले से ही सनातन संस्कृति से प्रभावित थी और उसने इसके बारे में दुनिया भर में सुना था। पंडित जी को बुलाकर सभी पारंपरिक रस्में निभाई गईं और दोनों ने अग्नि को साक्षी मानकर सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाईं।
गौरतलब है कि आज पूरा विश्व सनातन संस्कृति से प्रभावित है। कोई इसके रीति-रिवाज से शादी कर रहा है तो कोई अपने घर में पूजा-पाठ कर परिवार और विश्व शांति की कामना कर रहा है। "वसुधैव कुटुंबकम" के मंत्र में विश्वास करने वाली यह सनातन संस्कृति आज पूरी दुनिया में अपना डंका बजा रही है।