राजस्थान के कोटा जिले में 2 जुलाई को कैथूनीपोल थाना क्षेत्र के मोहन टॉकीज रोड पर ज्वैलरी की दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी से हुई 900 ग्राम सोने की लूट का पुलिस ने रविवार को खुलासा कर दिया। इस वारदात में शामिल 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया गया है। मामले में एक महिला की संदिग्ध भूमिका भी सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है। लूटे गए 900 ग्राम सोने की कीमत लगभग 90 लाख रुपये आंकी गई है।
शहर पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने बताया कि वारदात की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गईं, जिन्होंने विभिन्न स्थानों से 10 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में हरिओम उर्फ नंदू शूटर, हर्षित सोनी, आकाश वैष्णव उर्फ साजन, राजन उर्फ साजन, विष्णु सिंह उर्फ डॉगी, तरुण सिंह उर्फ संदीप, प्रदीप केवट, करण मुलानी, बनवारी लाल और शिवकुमार सोनी शामिल हैं। एक बाल अपचारी को भी निरुद्ध किया गया है। इनमें नंदू शूटर, हर्षित और आकाश पहले से एक-दूसरे को जानते थे।
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पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने बताया कि कुलदीप सोनी नामक ज्वैलरी दुकानदार की दुकान पर एक युवक और युवती पायल खरीदने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने सोने के कड़े और महिलाओं की अंगूठियां भी दिखाने की बात कही, जो कि दूसरी दुकान से लानी थीं। इस पर कर्मचारी महेंद्र आभूषण लेने दूसरी दुकान गया और स्कूटर की डिग्गी में ज्वैलरी रखकर इंदिरा मार्केट से स्वर्ण रजत मार्केट के लिए रवाना हुआ। राधिका पैलेस के पास मोहन टॉकीज रोड पर बाइक सवार बदमाशों ने चाकू की नोक पर स्कूटर लूट लिया और फरार हो गए। स्कूटर की डिग्गी में ही 900 ग्राम सोना रखा था।
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पहले से की गई थी रेकी
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने वारदात से पहले पूरी रेकी की थी। हर्षित सोनी पूर्व में इसी ज्वैलरी शॉप पर काम कर चुका था, इसलिए उसे बाजार और दुकान की पूरी जानकारी थी। उसे यह भी पता था कि कर्मचारी महेंद्र रोजाना आभूषण एक दुकान से दूसरी दुकान ले जाता है। इसी जानकारी के आधार पर हरिओम उर्फ नंदू शूटर और आकाश वैष्णव के साथ मिलकर पूरी योजना बनाई और अन्य साथियों को भी इस वारदात में शामिल कर लिया।