Bihar News: अंतरराज्यीय 'टार्जन-रमेश गैंग' का उद्भेदन, सरगना समेत 15 गिरफ्तार,चोरी की रेल संपत्ति बरामद
औरंगाबाद पुलिस ने बिहार-झारखंड में सक्रिय कुख्यात टार्जन-रमेश गैंग का बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने गैंग के सरगना समेत 15 सदस्यों को गिरफ्तार किया और भारी मात्रा में चोरी की रेल संपत्ति बरामद की।
विस्तार
बिहार और झारखंड में सक्रिय अंतर्राज्यीय रेल संपत्ति चोरी करने वाले कुख्यात 'टार्जन-रमेश गैंग' का पुलिस ने उद्भेदन कर सरगना समेत 15 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरोह के पास से भारी मात्रा में चोरी की गई रेल संपत्ति भी बरामद की है। मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ)-1 संजय कुमार पांडेय ने बताया कि 23 अगस्त को बारूण थाना क्षेत्र में सोननगर टीएसएस स्थित रेल इलेक्ट्रिफिकेशन के काम में लगी कंपनी मेसर्स ब्लू स्टार के बेस कैम्प से करीब 3.5 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति चोरी हुई थी। शिकायत कंपनी के एचआर मैनेजर अभिजीत जीवन इंगले ने बारूण थाना में दर्ज कराई थी। इसमें ट्रांसफार्मर का तेल, साइट प्लेट के नट और ट्रांसफार्मर के मूल्यवान पुर्जे शामिल थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अंबरीष राहुल के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया था। SIT और आरपीएफ टीम ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी विश्लेषण और सूचना संकलन के आधार पर 8 दिसंबर की रात सोननगर स्टेशन के पीछे एक पिकअप में लदे कॉपर तार के साथ रमेश चौधरी को दबोच लिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सोननगर भंवर के पास स्कार्पियो और केशवपुर के पास बोलेरो में छिपकर बैठे 14 अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपराध स्वीकार किया। रमेश चौधरी ने बताया कि उन्होंने लक्ष्मण चौधरी और अन्य 14 सदस्यों के साथ मिलकर 'टार्जन-रमेश गैंग' का गठन किया। गैंग रात लगभग 7 बजे ट्रांसफार्मर के कॉपर तार की चोरी करने निकलता था। 30-40 किमी की दूरी पर मोबाइल बंद करके स्कार्पियो और बोलेरों में बैठकर चोरी को अंजाम देते थे। चोरी का माल पश्चिम बंगाल के बर्द्धमान जिले के ज्योति नगर स्थित कबाड़ की दुकान में बेचा जाता था।
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एसडीपीओ ने बताया कि गैंग उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में सक्रिय था। इसने समस्तीपुर, सकड़ी और पंडौल में भी ट्रांसफार्मर से तांबे के तार की चोरी की है। दो महीने पहले दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से समान गिराकर अपराध को अंजाम दिया गया। पुलिस ने बताया कि पूरे नेटवर्क को समाप्त करने के लिए छापेमारी जारी है।
गिरोह के गिरफ्तार सदस्य:
गिरोह के सरगना टार्जन चौधरी (39) और रमेश चौधरी (39) के अलावा विश्वजीत चौधरी (24), दिनेश चौधरी (35), राजेश चौधरी (36), सुरज गुप्ता (20), तपस चौधरी (30), अमन कुमार (25), ललन चौधरी (39), मो. आलम मियां (40), राजन चौधरी (28), दिनेश चौधरी (24), अनिल सिंह, जितेंद्र झा (38), जिउत चौधरी (35) शामिल हैं।
बरामद सामान:
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कॉपर तार: लगभग 12 क्विंटल
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पिकअप वैन: 01
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स्कार्पियो: 01
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बोलेरो: 01
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एंड्रॉयड मोबाइल: 05
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कीपैड मोबाइल: 03
छापेमारी दल में शामिल:
बारूण थाना के रंजित कुमार, सूर्यवीर कुमार गुप्ता, अनुसंधानकर्ता अंकित कुमार, प्रारक्ष्य पुलिस अवर निरीक्षक श्रीनाथ कुमार मंडल, देवानंद कुमार, रिमझिम कुमारी, धर्मेन्द्र कुमार यादव, आरपीएफ डेहरी के उप निरीक्षक मनोज कुमार, हरेराम कुमार, बृजभूषण मिश्रा, अनिल कुमार चौधरी, दिपक कुमार, अखिलेश कुमार, सुनिल कुमार, मनु कुमार, दिलिप पासवान, विनोद कुमार यादव, अरविंद कुमार पासवान, प्रभात कुमार पासवान, विनीत लाल, रंजित कुमार, नीतीश कुमार और जिला सूचना इकाई के पदाधिकारी एवं कर्मी शामिल थे।