{"_id":"6936feb835d7c74fed0b82f4","slug":"vande-mataram-150-abhey-kushwaha-bihar-neglect-unemployment-election-violations-2025-12-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bihar: राजद सांसद अभय कुशवाहा ने केंद्र सरकार को घेरा, बिहार की उपेक्षा और अधूरी परियोजनाओं पर उठाए सवाल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bihar: राजद सांसद अभय कुशवाहा ने केंद्र सरकार को घेरा, बिहार की उपेक्षा और अधूरी परियोजनाओं पर उठाए सवाल
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, औरंगाबाद
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Mon, 08 Dec 2025 10:09 PM IST
सार
वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर लोकसभा में राजद सांसद अभय कुशवाहा ने केंद्र सरकार को घेरा। उन्होंने बिहार की उपेक्षा, बेरोज़गारी, अधूरी परियोजनाओं, एम्स पटना की बदहाली और चुनाव आचार संहिता उल्लंघन जैसे मुद्दों पर सवाल उठाए।
विज्ञापन
राजद सांसद अभय कुशवाहा
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के मौके पर लोकसभा में आयोजित चर्चा के दौरान राजद संसदीय दल के नेता और औरंगाबाद सांसद अभय कुमार सिंहा उर्फ अभय कुशवाहा ने राष्ट्रगीत की गौरवशाली विरासत को सम्मान देते हुए केंद्र सरकार पर कई गंभीर सवाल खड़े किए।
सांसद अभय कुशवाहा ने कहा कि “वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि हमारी मातृभूमि की गरिमा, समानता और न्याय का संकल्प है। लेकिन आज बिहार के लोग पूछ रहे हैं कि इन मूल्यों का क्या हुआ?” उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित करने वाला यह गीत हमें आत्मावलोकन करने को मजबूर करता है—क्या देश के नागरिकों को समान अवसर मिल रहे हैं? क्या बिहार को उसका हक मिल रहा है?
सांसद ने अपने संबोधन में बिहार की वास्तविक समस्याओं का विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार आज भी बाढ़ में डूबता है, दक्षिण बिहार सूखे से जूझता है, लेकिन केंद्र सरकार की योजनाएं कागज़ों से बाहर निकल ही नहीं पातीं। एम्स, सड़कें, रेलवे, ऊर्जा परियोजनाएं—अधिकतर अधूरी छोड़ दी गई हैं।
पढे़ं; 'तेज प्रताप ने मेरे कपड़े फड़वाए और वीडियो बनवाया', पूर्व सहयोगी सौरभ ने लगाए लालू के बेटे पर आरोप
इसी क्रम में उन्होंने पटना एम्स की बदहाली पर भी सवाल उठाया और कहा कि नौजवानों की बेरोज़गारी, किसानों की संकटग्रस्त स्थिति और जातीय जनगणना को टालने जैसे निर्णायक मुद्दों पर केंद्र सरकार जवाब देने से बच रही है।
चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन पर बोलते हुए सांसद ने हालिया बिहार चुनाव का उल्लेख किया और कहा कि “36 वर्ष के एक युवा प्रत्याशी के साहस और संघर्ष को हराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया। यह लोकतंत्र और वंदे मातरम् की आत्मा दोनों का अपमान है।” सांसद अभय कुशवाहा ने कहा कि वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ केवल उत्सव का अवसर नहीं, बल्कि संकल्प का दिन है—एक ऐसे भारत के निर्माण का, जहां हर राज्य, हर नागरिक और हर वर्ग को बराबर का सम्मान और अवसर मिले।
Trending Videos
सांसद अभय कुशवाहा ने कहा कि “वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि हमारी मातृभूमि की गरिमा, समानता और न्याय का संकल्प है। लेकिन आज बिहार के लोग पूछ रहे हैं कि इन मूल्यों का क्या हुआ?” उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन को प्रेरित करने वाला यह गीत हमें आत्मावलोकन करने को मजबूर करता है—क्या देश के नागरिकों को समान अवसर मिल रहे हैं? क्या बिहार को उसका हक मिल रहा है?
विज्ञापन
विज्ञापन
सांसद ने अपने संबोधन में बिहार की वास्तविक समस्याओं का विस्तार से जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उत्तर बिहार आज भी बाढ़ में डूबता है, दक्षिण बिहार सूखे से जूझता है, लेकिन केंद्र सरकार की योजनाएं कागज़ों से बाहर निकल ही नहीं पातीं। एम्स, सड़कें, रेलवे, ऊर्जा परियोजनाएं—अधिकतर अधूरी छोड़ दी गई हैं।
पढे़ं; 'तेज प्रताप ने मेरे कपड़े फड़वाए और वीडियो बनवाया', पूर्व सहयोगी सौरभ ने लगाए लालू के बेटे पर आरोप
इसी क्रम में उन्होंने पटना एम्स की बदहाली पर भी सवाल उठाया और कहा कि नौजवानों की बेरोज़गारी, किसानों की संकटग्रस्त स्थिति और जातीय जनगणना को टालने जैसे निर्णायक मुद्दों पर केंद्र सरकार जवाब देने से बच रही है।
चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन पर बोलते हुए सांसद ने हालिया बिहार चुनाव का उल्लेख किया और कहा कि “36 वर्ष के एक युवा प्रत्याशी के साहस और संघर्ष को हराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया। यह लोकतंत्र और वंदे मातरम् की आत्मा दोनों का अपमान है।” सांसद अभय कुशवाहा ने कहा कि वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ केवल उत्सव का अवसर नहीं, बल्कि संकल्प का दिन है—एक ऐसे भारत के निर्माण का, जहां हर राज्य, हर नागरिक और हर वर्ग को बराबर का सम्मान और अवसर मिले।