Bihar News: फोटो खिंचवाने के लिए बच्चों के हाथ में पकड़ा दिया अंडा, बाद में ले लिया वापस; अभिभावक भड़के
Bihar News: अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि इस विद्यालय के शिक्षक अधिकारियों के आदेशों को भी गंभीरता से नहीं लेते। बीडीओ डॉ. प्रभात रंजन द्वारा एक शिक्षक को छात्रसंख्या के अनुपात में दूसरे विद्यालय भेजने का आदेश दिया गया था, लेकिन उन्होंने मेडिकल का हवाला देकर जाने से इंकार कर दिया।
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मुंगेर के फरीदपुर प्राथमिक विद्यालय में बीपीएससी हेड टीचर का अनोखा कारनामा सामने आया है। आरोप है कि मध्यान्ह भोजन (एमडीएम) के तहत बच्चों को अंडा परोसा गया, उनकी तस्वीर खींची गई और बाद में अंडा वापस ले लिया गया। यह घटना शुक्रवार की बताई जा रही है।
बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों को सप्ताह में दो दिन अंडा और फल देने का प्रावधान है। मगर, इसे लेकर अक्सर लापरवाही की शिकायतें सामने आती रहती हैं। फरीदपुर विद्यालय में तैनात हेड शिक्षक संजीव कुमार पर आरोप है कि उन्होंने केवल औपचारिकता निभाने के लिए बच्चों को अंडा देकर तस्वीर खींची और फिर वह वापस ले लिया।
बच्चे यश राज, सोनू, खुशी, अनुज राज, आजाद आदि ने इस घटना की जानकारी अपने अभिभावकों को दी। इसके बाद शनिवार को अभिभावक वार्ड पार्षद व पदेन विद्यालय अध्यक्ष चंदन कुमार के नेतृत्व में स्कूल पहुंचे और हेड शिक्षक को जमकर फटकार लगाई।
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साथ ही स्कूल में तालाबंदी की चेतावनी भी दी। अभिभावकों ने कहा कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा और एमडीएम संचालन की स्थिति दावों से उलट है। केवल फोटो भेजकर पोर्टल अपडेट कर दिया जाता है, जबकि बच्चों को योजनाओं का वास्तविक लाभ नहीं मिलता। बच्चों को न तो भरपेट भोजन मिलता है और न ही सही माहौल। कई बार भोजन मांगने पर उन्हें डांटा भी जाता है।
अधिकारियों के आदेश भी नजरअंदाज
अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि इस विद्यालय के शिक्षक अधिकारियों के आदेशों को भी गंभीरता से नहीं लेते। बीडीओ डॉ. प्रभात रंजन द्वारा एक शिक्षक को छात्रसंख्या के अनुपात में दूसरे विद्यालय भेजने का आदेश दिया गया था, लेकिन उन्होंने मेडिकल का हवाला देकर जाने से इंकार कर दिया। मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
मनमानी नहीं चलेगी: पदेन अध्यक्ष
वहीं मामले को देखतेहुए पदेन अध्यक्ष चंदन कुमार ने चेतावनी दी। जिसमें उन्होंने कहा कि यदि सुधार नहीं हुआ तो ग्रामीण स्कूल में तालाबंदी कर देंगे। उन्होंने रसोइयों से भी पूछताछ की। रसोइयों ने कहा कि उन्हें सीमित मात्रा में सामग्री दी जाती है, ऐसे में सभी बच्चों का पेट भरना संभव नहीं।
हेड शिक्षक ने मांगी माफी
जब इस मामले ने तूल पकड़ा तो हेड शिक्षक संजीव कुमार ने स्वीकार किया कि गलती हुई है और भविष्य में ऐसे आरोपों का मौका न देने की बात कही। वहीं जमालपुर बीडीओ सह प्रभारी शिक्षा अधिकारी डॉ. प्रभात रंजन ने कहा कि मामला संज्ञान में आ गया है। जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हर हाल में होगी।