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Bihar: पूर्व रेलवे महाप्रबंधक ने अस्पताल और कॉलोनियों का किया निरीक्षण, रेलवे अस्पताल बनेगा सुपर स्पेशलिस्ट
न्यूज डेस्क, अमर उजाला,जमालपुर
Published by: आशुतोष प्रताप सिंह
Updated Sun, 07 Dec 2025 07:30 PM IST
सार
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद दाउस्कर ने जमालपुर दौरे के दौरान पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल और विभिन्न रेलवे कॉलोनियों का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं और आधुनिक उपकरणों का जायजा लिया और कहा कि जल्द इसे सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल बनाया जाएगा।
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पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद दाउस्कर
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक मिलिंद दाउस्कर अपने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल और विभिन्न रेलवे कॉलोनियों का निरीक्षण करने जमालपुर पहुंचे। उन्होंने कहा कि न सिर्फ रेलवे अस्पताल को सुपर स्पेशलिस्ट बनाया जाएगा, बल्कि रेलकर्मियों के लिए बने कॉलोनियों में भी दशा में सुधार किया जाएगा। रेलवे प्रशासन ने इस दिशा में तैयारियां शुरू कर दी हैं।
महाप्रबंधक ने पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बात कर स्थिति की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने हाई डिफिशिएंसी वार्ड, आईसीयू, जनरल वार्ड, और मरीजों के लिए खाना बनाने वाले किचन के साथ-साथ अस्पताल में उपलब्ध ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का निरीक्षण किया।
महाप्रबंधक ने अस्पताल में साफ-सफाई और मरीजों को हर प्रकार की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा प्रदान करना रेलवे की प्राथमिकता है। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को आधुनिक चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने पर बल दिया।
मिलिंद दाउस्कर ने कहा कि ट्रेन परिचालन में दिन-रात काम करने वाले रेलकर्मियों को रेलवे अस्पतालों में उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द इस अस्पताल को कॉरपोरेट तर्ज पर विकसित कर सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल बनाया जाएगा।
ये भी पढ़ें- Bihar: सीएम ने किया पटना डेयरी प्रोजेक्ट का निरीक्षण, दुग्ध समितियों और उत्पादन क्षमता बढ़ाने के दिए निर्देश
रामपुर रेलवे कॉलोनी में महाप्रबंधक के पहुंचने पर क्वार्टर वासियों ने अपनी समस्याएं बताईं। उन्होंने कहा कि क्वार्टर में सुविधा और सुरक्षा की स्थिति दयनीय है। स्वच्छता अभियान यहां धराशाही हो चुका है। कॉलोनी में 100 से अधिक क्वार्टर अवैध कब्जों से जूझ रहे हैं। चोरी और स्नेचिंग की घटनाएं दिनदहाड़े घटित हो रही हैं, बावजूद इसके जिम्मेदार मौन धारण किए हुए हैं।
कॉलोनीवासियों ने बताया कि बरसात के दिनों में यहां की स्थिति नरक जैसी हो जाती है। मैदान पशुओं का चारागाह बन चुका है और चहारदीवारी नहीं है। रेलवे का हर तंत्र यहां फेल हो चुका है। पार्षद मुकेश शर्मा ने कहा कि कॉलोनी में अराजक स्थिति है। रेलकर्मी और उनके परिवार भय के साए में जीने को विवश हैं। साफ-सफाई से लेकर चिकित्सकीय सुविधाएं केवल कागजों पर ही मौजूद हैं। ईआरएमसी नेता अमरेन्द्र कुमार ने कहा कि सीडब्ल्यूएम की पहल से कुछ सुधार हुआ है, लेकिन अभी और काम की जरूरत है।
महाप्रबंधक मिलिंद दाउस्कर ने क्वार्टर वासियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही रामपुर रेलवे कॉलोनी बदला-बदला नजर आएगा। उन्होंने कहा कि यहां जल्द सामुदायिक भवन और महिला समिति भवन का निर्माण होगा। इसके अलावा कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और कॉलोनी की घेराबंदी कराई जाएगी। रेलवे की अतिक्रमित जमीन और कब्जे वाले क्वार्टरों को कब्जामुक्त करने के निर्देश भी दिए गए।
महाप्रबंधक ने कहा कि कॉलोनी में सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने साफ-सफाई को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि इसमें लापरवाही करने वालों की खैर नहीं रहेगी और रेलवे इस पर काफी खर्च कर रही है।
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महाप्रबंधक ने पूर्व रेलवे मुख्य अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से बात कर स्थिति की जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक ने हाई डिफिशिएंसी वार्ड, आईसीयू, जनरल वार्ड, और मरीजों के लिए खाना बनाने वाले किचन के साथ-साथ अस्पताल में उपलब्ध ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का निरीक्षण किया।
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महाप्रबंधक ने अस्पताल में साफ-सफाई और मरीजों को हर प्रकार की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा प्रदान करना रेलवे की प्राथमिकता है। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को आधुनिक चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने पर बल दिया।
मिलिंद दाउस्कर ने कहा कि ट्रेन परिचालन में दिन-रात काम करने वाले रेलकर्मियों को रेलवे अस्पतालों में उत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द इस अस्पताल को कॉरपोरेट तर्ज पर विकसित कर सुपर स्पेशलिस्ट अस्पताल बनाया जाएगा।
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रामपुर रेलवे कॉलोनी में महाप्रबंधक के पहुंचने पर क्वार्टर वासियों ने अपनी समस्याएं बताईं। उन्होंने कहा कि क्वार्टर में सुविधा और सुरक्षा की स्थिति दयनीय है। स्वच्छता अभियान यहां धराशाही हो चुका है। कॉलोनी में 100 से अधिक क्वार्टर अवैध कब्जों से जूझ रहे हैं। चोरी और स्नेचिंग की घटनाएं दिनदहाड़े घटित हो रही हैं, बावजूद इसके जिम्मेदार मौन धारण किए हुए हैं।
कॉलोनीवासियों ने बताया कि बरसात के दिनों में यहां की स्थिति नरक जैसी हो जाती है। मैदान पशुओं का चारागाह बन चुका है और चहारदीवारी नहीं है। रेलवे का हर तंत्र यहां फेल हो चुका है। पार्षद मुकेश शर्मा ने कहा कि कॉलोनी में अराजक स्थिति है। रेलकर्मी और उनके परिवार भय के साए में जीने को विवश हैं। साफ-सफाई से लेकर चिकित्सकीय सुविधाएं केवल कागजों पर ही मौजूद हैं। ईआरएमसी नेता अमरेन्द्र कुमार ने कहा कि सीडब्ल्यूएम की पहल से कुछ सुधार हुआ है, लेकिन अभी और काम की जरूरत है।
महाप्रबंधक मिलिंद दाउस्कर ने क्वार्टर वासियों को आश्वस्त किया कि जल्द ही रामपुर रेलवे कॉलोनी बदला-बदला नजर आएगा। उन्होंने कहा कि यहां जल्द सामुदायिक भवन और महिला समिति भवन का निर्माण होगा। इसके अलावा कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और कॉलोनी की घेराबंदी कराई जाएगी। रेलवे की अतिक्रमित जमीन और कब्जे वाले क्वार्टरों को कब्जामुक्त करने के निर्देश भी दिए गए।
महाप्रबंधक ने कहा कि कॉलोनी में सुरक्षा के लिए रेलवे सुरक्षा बल की जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने साफ-सफाई को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि इसमें लापरवाही करने वालों की खैर नहीं रहेगी और रेलवे इस पर काफी खर्च कर रही है।