{"_id":"69484a3ef39a60b6bf0baf4b","slug":"the-cultural-platform-will-be-decorated-with-the-presence-of-foreign-artists-faridabad-news-c-26-1-fbd1020-58417-2025-12-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Faridabad News: विदेशी कलाकारों की मौजूदगी से सजेगा सांस्कृतिक मंच","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Faridabad News: विदेशी कलाकारों की मौजूदगी से सजेगा सांस्कृतिक मंच
विज्ञापन
विज्ञापन
सूरजकुंड मेले में अनूठी कला, संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन करेंगे
संवाद न्यूज एजेंसी
फरीदाबाद। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला इस बार भी सांस्कृतिक विविधता का भव्य संगम बनने जा रहा है। मेले में देश-विदेश से कलाकार और शिल्पकार पहुंचेंगे, जो अपनी अनूठी कला, संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन करेंगे। विशेष रूप से अन्य देशों से आने वाले कलाकार मुख्य चौपाल और छोटी चौपाल पर अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को अपनी लोकसंस्कृति से रूबरू कराएंगे।
मेले के दौरान विदेशी कलाकार संगीत और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां देंगे। इन प्रस्तुतियों के जरिये दर्शकों को विभिन्न देशों की सांस्कृतिक झलक, पारंपरिक वेशभूषा और लोककलाओं को नजदीक से देखने का अवसर मिलेगा। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे कलाकारों की प्रस्तुतियां मेले की रौनक को और बढ़ाएंगी।
वहीं, मेले को आकर्षक रूप देने के लिए सजावट का कार्य जोरों पर चल रहा है। परिसर को पारंपरिक शिल्प, सजावटी वस्तुओं और रोशनी से सजाया जा रहा है, ताकि आगंतुकों को एक यादगार अनुभव मिल सके। आयोजकों के अनुसार, इस बार भी मेले में अन्य देशों के संगीत और नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। सूरजकुंड मेला न केवल शिल्प और कला का उत्सव है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों के बीच आपसी समझ और संवाद को भी मजबूत करता है। विदेशी कलाकारों की भागीदारी से यह मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान का सशक्त मंच बनकर उभरेगा।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
फरीदाबाद। सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला इस बार भी सांस्कृतिक विविधता का भव्य संगम बनने जा रहा है। मेले में देश-विदेश से कलाकार और शिल्पकार पहुंचेंगे, जो अपनी अनूठी कला, संस्कृति और परंपराओं का प्रदर्शन करेंगे। विशेष रूप से अन्य देशों से आने वाले कलाकार मुख्य चौपाल और छोटी चौपाल पर अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को अपनी लोकसंस्कृति से रूबरू कराएंगे।
मेले के दौरान विदेशी कलाकार संगीत और नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां देंगे। इन प्रस्तुतियों के जरिये दर्शकों को विभिन्न देशों की सांस्कृतिक झलक, पारंपरिक वेशभूषा और लोककलाओं को नजदीक से देखने का अवसर मिलेगा। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे कलाकारों की प्रस्तुतियां मेले की रौनक को और बढ़ाएंगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
वहीं, मेले को आकर्षक रूप देने के लिए सजावट का कार्य जोरों पर चल रहा है। परिसर को पारंपरिक शिल्प, सजावटी वस्तुओं और रोशनी से सजाया जा रहा है, ताकि आगंतुकों को एक यादगार अनुभव मिल सके। आयोजकों के अनुसार, इस बार भी मेले में अन्य देशों के संगीत और नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे। सूरजकुंड मेला न केवल शिल्प और कला का उत्सव है, बल्कि यह विभिन्न संस्कृतियों के बीच आपसी समझ और संवाद को भी मजबूत करता है। विदेशी कलाकारों की भागीदारी से यह मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सांस्कृतिक आदान-प्रदान का सशक्त मंच बनकर उभरेगा।