BPSC Paper Leak: बीपीएससी पेपर लीक में अब तक 14 गिरफ्तार, वरुण गांधी बोले- आयोग अध्यक्ष को करें बर्खास्त
BPSC Paper Leak Case: बिहार आर्थिक अपराध इकाई ने पेपर लीक प्रकरण से जुड़े तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद वरूण गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री से नए सिरे से जांच करवाने और आयोग के अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की है।

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BPSC Paper Leak Case: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के पेपर लीक मामले में बड़ा अपडेट आया है। जहां एक ओर मामले की जांच कर रही बिहार ईओयू (EOU) यानी आर्थिक अपराध इकाई ने पेपर लीक प्रकरण से जुड़े तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद वरूण गांधी ने बीपीएससी पेपर लीक को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नए सिरे से जांच करवाने और आयोग के अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की है।

दिल्ली से धरे गए तीनों अपराधी, अब तक 14 गिरफ्तार
बिहार ईओयू (EOU) की ओर से हालिया कार्रवाई दिल्ली में की गई थी जहां से टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। आर्थिक अपराध इकाई द्वारा दिल्ली से गिरफ्तार तीन अपराधियों में से दो युवक बिहार के मधुबनी है तो वहीं साथी आरोपी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। इनके समेत अब मामले में कुल 14 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
बता दें कि पिछले महीने, बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने प्रश्न पत्र लीक के आरोपों के बाद बड़े पैमाने पर हंगामे के बाद सिविल सेवा (प्रारंभिक) के लिए परीक्षा रद्द कर दी थी। दोपहर में परीक्षा शुरू होने से कुछ मिनट पहले प्रश्न पत्रों के एक सेट के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गए थे। बिहार पुलिस ने पेपर लीक के पीछे एक संगठित अपराध गिरोह का भंडाफोड़ करने का भी दावा किया था।
वरूण गांधी बोले- लाखों छात्रों की मेहनत बेकार गई
बिहार राज्य सिविल सेवा परीक्षा के पेपर के लीक होने पर चिंता व्यक्त करते हुए, भाजपा सांसद वरुण गांधी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा। सांसद गांधी से सीएम नीतीश से बीपीएससी के चेयरमैन को बर्खास्त करने और तत्काल कार्रवाई के लिए नए सिरे से जांच करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि क्योंकि छह लाख छात्रों का भविष्य लटका हुआ है। मुख्यमंत्री को कड़े शब्दों में लिखे पत्र में, भाजपा सांसद ने कहा कि भ्रष्ट व्यवस्था और अधिकारियों के कारण लाखों छात्रों की मेहनत बेकार गई है, जिससे उनके मनोबल पर गहरा असर पड़ा है।