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Gorakhpur News: खजांची से बरगदवां...कभी था उपेक्षित अब फोरलेन से चमकने लगा इलाका
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सड़क के दोनों तरफ बनने लगीं इमारतें, हॉस्पिटल और बसने लगीं कॉलोनियां
कौवाबाग-खजांची-बरगदवां फोरलेन बनने के साथ ही तेजी हो रहा निर्माण कार्य
मेडिकल कॉलेज, गोरखनाथ मंदिर, फर्टिलाइजर तक पहुंचना अब सबसे आसान
गोरखपुर। शहर के उत्तरी छोर पर स्थित स्पोर्ट्स कॉलेज के आसपास का इलाका लंबे समय से उपेक्षित था लेकिन स्पोर्ट्स कॉलेज से करीमनगर चौराहा होकर झुंगिया तक अब सूरत बदलने लगी है। खजांची से बरदगवां तक फोरलेन के दोनों तरफ बहुमंजिली इमारतें, हॉस्पिटल, मार्ट और कॉलोनियां बसने लगी हैं, जिससे इस इलाके पर लगा बदसूरती का दाग अब मिटने लगा है। लोगों ने यहां निवेश करना शुरू कर दिया है। एक किमी तक पूरा क्षेत्र अब चमकने लगा है।
स्पोर्ट्स कॉलेज से करीमनगर चौराहा होते हुए झुंगिया और झुंगिया से फर्टिलाइजर तक की सड़क को फोरलेन बनाने के लिए काम तेजी से चल रहा है। फोरलेन बन जाने से वाहन फर्राटा भरने लगेंगे। चारों तरफ सड़कों के निर्माण से आसपास का इलाका काफी विकसित हो गया है। खजांची से लेकर बरगदवां तक नई कॉलोनियां बसने लगी हैं। नए फोरलेन निर्माण से न केवल इन क्षेत्रों तक आवाजाही आसान होगी बल्कि महराजगंज जाने के लिए नए मार्ग का विकल्प मिल जाएगा।
इस फोरलेन का एक सिरा सीधे गोरखनाथ मंदिर से जुड़ जाएगा, जिससे शहर के यातायात पर पड़ने वाला दबाव कम होगा। मेडिकल कॉलेज और फर्टिलाइजर के बीच बसे इस इलाके के लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी। फरवरी 2025 में इस परियोजना को वित्तीय व प्रशासनिक सहमति मिली थी। कुल 5.25 किमी लंबी सड़क पर 279 करोड़ 20 लाख 95 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।
करीमनगर के विनोद कुमार का कहना है कि फोरलेन बनने से न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि क्षेत्र में रोजगार और व्यापार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। स्पोर्ट्स कॉलेज से करीमनगर रोड पर रहने वाले सुनील जायसवाल कहते हैं, इससे दूसरी सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा।
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जीडीए भी कर रहा कई योजनाओं पर काम
करीमनगर का यह इलाका अब तक पिछड़ेपन का शिकार रहा है। संकरी और उबड़-खाबड़ सड़कों के कारण यहां से फर्टिलाइजर, एसएसबी कैंप व मानबेला तक पहुंचना मुश्किल होता है। इस परियोजना से आसपास के अन्य मार्गों पर भीड़ कम होगी और वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से हो सकेगी। मानबेला क्षेत्र में गोरखपुर विकास प्राधिकरण भी कई योजनाओं पर काम कर रहा है। इस सड़क के निर्माण से उन योजनाओं को गति मिलेगी।
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खजांची फ्लाईओवर पर एप्रोच का निर्माण बाकी
खजांची चौराहा से स्पोर्ट्स कॉलेज की तरफ जाने वाले फ्लाईओवर का एप्रोच बनकर तैयार हो गया है। तारकोल की पैकिंग बाकी है, जबकि खजांची चौराहा से फातिमा की तरफ जाने वाले रोड पर अभी एप्रोच नहीं बना है। इसका काम तेजी से चल रहा है। काम कर रहे इंजीनियरों का कहना है कि एक से डेढ़ माह में यह फ्लाईओवर शुरू हो सकता है। इसका एक हिस्सा एप्रोच छोड़कर लगभग कंप्लीट हो चुका हैं। दोनों तरफ संपर्क मार्ग पर गिट्टी डालकर छोड़ा गया है।
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नकहा ओवरब्रिज बनने से मिली जाम से राहत
बरगदवां से नकहा रेलवे ओवरब्रिज का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके बन जाने से भगवानपुर होते हुए स्पोर्ट्स काॅलेज होते हुए खजांची जाने के लिए राह आसान हो जाएगी। फिलहाल फर्टिलाइजर की तरफ से एक लेन शुरू हो गया है। दूसरी लेन का कार्य लगभग 25 प्रतिशत पूरा हो गया है।
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जल्द शुरू हो सकता है गोरखनाथ ओवरब्रिज
गोरखनाथ ओवरब्रिज में बो स्ट्रिंग गर्डर को खींचकर रेलवे लाइन पर लाया गया है। एक माह में ओवरब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। तीन रेल लाइन के ऊपर ब्रिज बनाने के लिए 76 मीटर लंबाई में एक भी पिलर नहीं होगा।
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पादरी बाजार फ्लाईओवर का केवल बना है पिलर
पादरी बाजार फ्लाईओवर का निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। अब तक केवल पुल के पिलर तैयार हो पाए हैं, जबकि शेष कार्य में अभी छह महीने से अधिक समय लगने की उम्मीद है। स्थानीय लोगों का कहना है कि फ्लाईओवर के अधूरे रहने से क्षेत्र में जाम और धूल की समस्या बढ़ गई है।
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सिक्सलेन फ्लाईओवर पर रखे जा रहे गर्डर
देवरिया बाईपास-ट्रांसपोर्टनगर फ्लाईओवर का काम तेजी से चल रहा है। पिलर बनाने के बाद अब उस पर गर्डर रखा जा रहा है। गर्डर रखते समय कोई हादसा न हो इसके लिए उस दौरान सड़क वन-वे कर दी जा रही है। करीब आधे पिलर पर गर्डर रख दिया गया है।

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कौवाबाग-खजांची-बरगदवां फोरलेन बनने के साथ ही तेजी हो रहा निर्माण कार्य
मेडिकल कॉलेज, गोरखनाथ मंदिर, फर्टिलाइजर तक पहुंचना अब सबसे आसान
गोरखपुर। शहर के उत्तरी छोर पर स्थित स्पोर्ट्स कॉलेज के आसपास का इलाका लंबे समय से उपेक्षित था लेकिन स्पोर्ट्स कॉलेज से करीमनगर चौराहा होकर झुंगिया तक अब सूरत बदलने लगी है। खजांची से बरदगवां तक फोरलेन के दोनों तरफ बहुमंजिली इमारतें, हॉस्पिटल, मार्ट और कॉलोनियां बसने लगी हैं, जिससे इस इलाके पर लगा बदसूरती का दाग अब मिटने लगा है। लोगों ने यहां निवेश करना शुरू कर दिया है। एक किमी तक पूरा क्षेत्र अब चमकने लगा है।
स्पोर्ट्स कॉलेज से करीमनगर चौराहा होते हुए झुंगिया और झुंगिया से फर्टिलाइजर तक की सड़क को फोरलेन बनाने के लिए काम तेजी से चल रहा है। फोरलेन बन जाने से वाहन फर्राटा भरने लगेंगे। चारों तरफ सड़कों के निर्माण से आसपास का इलाका काफी विकसित हो गया है। खजांची से लेकर बरगदवां तक नई कॉलोनियां बसने लगी हैं। नए फोरलेन निर्माण से न केवल इन क्षेत्रों तक आवाजाही आसान होगी बल्कि महराजगंज जाने के लिए नए मार्ग का विकल्प मिल जाएगा।
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इस फोरलेन का एक सिरा सीधे गोरखनाथ मंदिर से जुड़ जाएगा, जिससे शहर के यातायात पर पड़ने वाला दबाव कम होगा। मेडिकल कॉलेज और फर्टिलाइजर के बीच बसे इस इलाके के लोगों को आने-जाने में सहूलियत होगी। फरवरी 2025 में इस परियोजना को वित्तीय व प्रशासनिक सहमति मिली थी। कुल 5.25 किमी लंबी सड़क पर 279 करोड़ 20 लाख 95 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।
करीमनगर के विनोद कुमार का कहना है कि फोरलेन बनने से न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि क्षेत्र में रोजगार और व्यापार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। स्पोर्ट्स कॉलेज से करीमनगर रोड पर रहने वाले सुनील जायसवाल कहते हैं, इससे दूसरी सड़कों पर यातायात का दबाव कम होगा।
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जीडीए भी कर रहा कई योजनाओं पर काम
करीमनगर का यह इलाका अब तक पिछड़ेपन का शिकार रहा है। संकरी और उबड़-खाबड़ सड़कों के कारण यहां से फर्टिलाइजर, एसएसबी कैंप व मानबेला तक पहुंचना मुश्किल होता है। इस परियोजना से आसपास के अन्य मार्गों पर भीड़ कम होगी और वाहनों की आवाजाही सुचारु रूप से हो सकेगी। मानबेला क्षेत्र में गोरखपुर विकास प्राधिकरण भी कई योजनाओं पर काम कर रहा है। इस सड़क के निर्माण से उन योजनाओं को गति मिलेगी।
खजांची फ्लाईओवर पर एप्रोच का निर्माण बाकी
खजांची चौराहा से स्पोर्ट्स कॉलेज की तरफ जाने वाले फ्लाईओवर का एप्रोच बनकर तैयार हो गया है। तारकोल की पैकिंग बाकी है, जबकि खजांची चौराहा से फातिमा की तरफ जाने वाले रोड पर अभी एप्रोच नहीं बना है। इसका काम तेजी से चल रहा है। काम कर रहे इंजीनियरों का कहना है कि एक से डेढ़ माह में यह फ्लाईओवर शुरू हो सकता है। इसका एक हिस्सा एप्रोच छोड़कर लगभग कंप्लीट हो चुका हैं। दोनों तरफ संपर्क मार्ग पर गिट्टी डालकर छोड़ा गया है।
नकहा ओवरब्रिज बनने से मिली जाम से राहत
बरगदवां से नकहा रेलवे ओवरब्रिज का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके बन जाने से भगवानपुर होते हुए स्पोर्ट्स काॅलेज होते हुए खजांची जाने के लिए राह आसान हो जाएगी। फिलहाल फर्टिलाइजर की तरफ से एक लेन शुरू हो गया है। दूसरी लेन का कार्य लगभग 25 प्रतिशत पूरा हो गया है।
जल्द शुरू हो सकता है गोरखनाथ ओवरब्रिज
गोरखनाथ ओवरब्रिज में बो स्ट्रिंग गर्डर को खींचकर रेलवे लाइन पर लाया गया है। एक माह में ओवरब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा। तीन रेल लाइन के ऊपर ब्रिज बनाने के लिए 76 मीटर लंबाई में एक भी पिलर नहीं होगा।
पादरी बाजार फ्लाईओवर का केवल बना है पिलर
पादरी बाजार फ्लाईओवर का निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है। अब तक केवल पुल के पिलर तैयार हो पाए हैं, जबकि शेष कार्य में अभी छह महीने से अधिक समय लगने की उम्मीद है। स्थानीय लोगों का कहना है कि फ्लाईओवर के अधूरे रहने से क्षेत्र में जाम और धूल की समस्या बढ़ गई है।
सिक्सलेन फ्लाईओवर पर रखे जा रहे गर्डर
देवरिया बाईपास-ट्रांसपोर्टनगर फ्लाईओवर का काम तेजी से चल रहा है। पिलर बनाने के बाद अब उस पर गर्डर रखा जा रहा है। गर्डर रखते समय कोई हादसा न हो इसके लिए उस दौरान सड़क वन-वे कर दी जा रही है। करीब आधे पिलर पर गर्डर रख दिया गया है।