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Gorakhpur News: अब ड्रोन तकनीक व इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी में दक्ष होंगे डीडीयू के छात्र
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गोरखपुर विश्वविद्यालय और अग्रणी ड्रोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी कंपनी फ्लाइटियम ड्रोन प्र
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गोरखपुर विश्वविद्यालय और फ्लाइटियम ड्रोन के बीच हुआ एमओयू
गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र अब ड्रोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी में भी दक्ष होंगे। इसके लिए डीडीयू ने मंगलवार को ड्रोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी कंपनी फ्लाइटियम ड्रोन के साथ एमओयू किया। इस एमओयू से ड्रोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स नवाचार उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा।
डीडीयू प्रशासन के मुताबिक, इस समझौते के तहत ड्रोन तकनीक व उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल विकास एवं प्रमाणित प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। कैंपस में ड्रोन प्रयोगशाला, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) प्रयोगशाला और एम्बेडेड सिस्टम प्रयोगशाला स्थापित की जाएंगी। विद्यार्थियों को औद्योगिक परियोजनाओं, इंटर्नशिप और स्थल भ्रमण के अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही स्टार्टअप, नवाचार, उद्यमिता, संयुक्त अनुसंधान, पेटेंट, प्रकाशन, प्रतियोगिताएं व नवाचार प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। फ्लाइटियम ड्रोन कंपनी तकनीकी विशेषज्ञता, उद्योग मानक प्रशिक्षण, प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, प्रयोगशाला स्थापना आदि में भी मार्गदर्शन करेगी।
इन कोर्स के छात्रों को होगा लाभ
इस पहल का लाभ इंजीनियरिंग, फार्मेसी, वाणिज्य, प्रबंधन और कंप्यूटर विज्ञान के विद्यार्थियों के साथ-साथ नवाचार और उद्यमिता में रुचि रखने वाले शिक्षकों और शोधकर्ताओं को मिलेगा। यह पहल ड्रोन तकनीक के बढ़ते अनुप्रयोगों जैसे कृषि, स्मार्ट सिटी, परिवहन और आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाएगी।
कोट
यह समझौता विश्वविद्यालय के लिए तकनीकी नवाचार के एक नए युग की शुरुआत है। ड्रोन तकनीक आने वाले समय की सबसे परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों में से एक है। इसके माध्यम से छात्र अत्याधुनिक तकनीक, वैश्विक स्तर की दक्षता, उद्यमशीलता संस्कृति और अनुसंधान आधारित शिक्षा से जुड़ सकेंगे। यह पहल पूर्वांचल को ड्रोन नवाचार का केंद्र बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
- प्रो. पूनम टंडन, कुलपति

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गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र अब ड्रोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी में भी दक्ष होंगे। इसके लिए डीडीयू ने मंगलवार को ड्रोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी कंपनी फ्लाइटियम ड्रोन के साथ एमओयू किया। इस एमओयू से ड्रोन एवं इलेक्ट्रॉनिक्स नवाचार उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना का मार्ग प्रशस्त होगा।
डीडीयू प्रशासन के मुताबिक, इस समझौते के तहत ड्रोन तकनीक व उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल विकास एवं प्रमाणित प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। कैंपस में ड्रोन प्रयोगशाला, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) प्रयोगशाला और एम्बेडेड सिस्टम प्रयोगशाला स्थापित की जाएंगी। विद्यार्थियों को औद्योगिक परियोजनाओं, इंटर्नशिप और स्थल भ्रमण के अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही स्टार्टअप, नवाचार, उद्यमिता, संयुक्त अनुसंधान, पेटेंट, प्रकाशन, प्रतियोगिताएं व नवाचार प्रदर्शन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। फ्लाइटियम ड्रोन कंपनी तकनीकी विशेषज्ञता, उद्योग मानक प्रशिक्षण, प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम, प्रयोगशाला स्थापना आदि में भी मार्गदर्शन करेगी।
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इन कोर्स के छात्रों को होगा लाभ
इस पहल का लाभ इंजीनियरिंग, फार्मेसी, वाणिज्य, प्रबंधन और कंप्यूटर विज्ञान के विद्यार्थियों के साथ-साथ नवाचार और उद्यमिता में रुचि रखने वाले शिक्षकों और शोधकर्ताओं को मिलेगा। यह पहल ड्रोन तकनीक के बढ़ते अनुप्रयोगों जैसे कृषि, स्मार्ट सिटी, परिवहन और आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाएगी।
कोट
यह समझौता विश्वविद्यालय के लिए तकनीकी नवाचार के एक नए युग की शुरुआत है। ड्रोन तकनीक आने वाले समय की सबसे परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों में से एक है। इसके माध्यम से छात्र अत्याधुनिक तकनीक, वैश्विक स्तर की दक्षता, उद्यमशीलता संस्कृति और अनुसंधान आधारित शिक्षा से जुड़ सकेंगे। यह पहल पूर्वांचल को ड्रोन नवाचार का केंद्र बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
- प्रो. पूनम टंडन, कुलपति