{"_id":"68ef6d0691849485cd028894","slug":"up-crime-news-girl-who-was-about-to-get-married-kills-her-grandmother-2025-10-15","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"UP: जिन हाथों को पीला करने की थी तैयारी... दादी के खून से ही लाल रंग डाले; पिता ने कहा-अब उनसे कोई रिश्ता नहीं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
UP: जिन हाथों को पीला करने की थी तैयारी... दादी के खून से ही लाल रंग डाले; पिता ने कहा-अब उनसे कोई रिश्ता नहीं
अमर उजाला नेटवर्क, गोरखपुर
Published by: शाहरुख खान
Updated Wed, 15 Oct 2025 03:19 PM IST
विज्ञापन
सार
गोरखपुर में कलावती हत्याकांड के खुलासे से हर कोई हैरान है। मां की हत्या के बाद बेटे ने कहा कि मैं अपनी बेटी खुशी के हाथों में मेंहदी रचाने की तैयारी में था, लेकिन अब सब खत्म हो गया।

गिरफ्तार दोनों हत्यारोपी मां और बेटी
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विज्ञापन
विस्तार
गोरखपुर के पीपीगंज इलाके में भुईधरपुर गांव में कलावती हत्याकांड की गुत्थी सुलझने के बाद आरोपी खुशी के पिता परदेसी यादव बेहाल हैं। वह इस वारदात से टूट गए हैं। उन्होंने बताया कि छोटे भाई राजेश यादव की शादी के बाद बेटी खुशी के हाथ पीले करने की बात चल रही थी। कौन जानता था कि जिसके हाथों में मेहंदी रचाने की तैयारी थी, वह अपनी दादी के खून से ही उन्हें रंग डालेगी..।
पत्नी उतरा व बेटी खुशी के जेल जाने के बाद उन्होंने दोनों का सारा सामान एक बक्से में पैक कर घर के कोने में रख दिया। उन्होंने कहा कि अब दोनों से कोई रिश्ता नहीं बचा। जिस बेटी पर गर्व था, उसी ने घर की लाज मिटा दी। जिस पत्नी को बेटी को समझाना चाहिए था, उसने खुशी का साथ दे दिया। अब सबकुछ खत्म हो चुका है।

Trending Videos
पत्नी उतरा व बेटी खुशी के जेल जाने के बाद उन्होंने दोनों का सारा सामान एक बक्से में पैक कर घर के कोने में रख दिया। उन्होंने कहा कि अब दोनों से कोई रिश्ता नहीं बचा। जिस बेटी पर गर्व था, उसी ने घर की लाज मिटा दी। जिस पत्नी को बेटी को समझाना चाहिए था, उसने खुशी का साथ दे दिया। अब सबकुछ खत्म हो चुका है।
विज्ञापन
विज्ञापन
उधर, हत्या का पर्दाफाश होते ही गांव के लोग हैरान रह गए। किसी को भरोसा नहीं हो रहा कि 18 साल की एक लड़की इतनी निर्मम वारदात को अंजाम दे सकती है। पटीदार राकेश यादव का कहना है कि कलावती देवी बहुत मिलनसार थीं, सबके सुख-दुख में साथ देती थीं। कोई सोच भी नहीं सकता था कि उनकी अपनी पोती ही उनकी जान ले लेगी। उनके पास बैठे खुशी के पिता परदेसी की आंखें भर आईं।
परदेसी ने बताया कि जब वह तीन साल की थी तो उसे पत्नी उतरा के साथ घर लाया था। उतरा पर बहुत भरोसा था। उससे बहुत प्यार करता था पर उसने भी बेटी का साथ दिया। उसे कभी माफ नहीं करेंगे। कलावती के छोटे बेटे राजेश ने कहा कि मां हमेशा खुशी को काम में हाथ बंटाने को कहती थीं, न मानने पर डांटती थीं। खुशी हमेशा शांत रहती थी। हमें कभी अंदाजा नहीं था कि वही हमारी मां की हत्या कर देगी। ये कहते हुए उनकी आंखें भर आईं।
परिजनों द्वारा पड़ोसी युवक पर तंत्र-मंत्र व बली की आशंका जाहिर करने पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी। यातनाएं देने का आरोप गलत है। हत्याकांड का खुलासा करते हुए मां-बेटी को जेल भेज दिया गया है।-राजकरन नय्यर, एसएसपी