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UP: पिया चरणामृत...अब लगवा रहे वैक्सीन, गोरखपुर के इस गांव में कुत्ते के काटने से गाय की हुई मौत; सहमे 129 लोग
अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर
Published by: रोहित सिंह
Updated Wed, 19 Nov 2025 01:21 PM IST
सार
गाय के दूध से बने चरणामृत को एक सप्ताह पहले गांव के राजू गौड़ और 31 अक्तूबर को सोनू विश्वकर्मा के यहां आयोजित शिवचर्चा और भागवत कथा में प्रसाद के रूप में वितरित किया गया था। सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया था। डर से करीब 70 लोगों ने शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर रैबीज का टीका लगवाया था।
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कुत्ते के काटने से गाय की मौत हो गई
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
सिकरीगंज थाना क्षेत्र के रामडीह गांव में रैबीज होने की आशंका के चलते ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई है। गांव कुत्ते के काटने के बाद एक गाय की मौत हो गई थी। जिन लोगों ने गाय के दूध से बने प्रसाद का सेवन किया है, उन्हें रैबीज होने का डर सता रहा है।
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रविवार को 59 और लोगों ने रैबीज का टीका लगवाया। टीका लगवाने वालों की संख्या अब 129 हो गई है। उधर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरुवा की टीम गांव में कैंप कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करेगी।
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रामडीह गांव में दो माह पूर्व कुत्ते के काटने से शनिवार रात गाय की मौत हो गई। शुक्रवार को गाय की तबीयत ज्यादा खराब होने पर उसे पशु चिकित्सक के पास ले जाया गया, जहां रैबीज होने की आशंका जताई गई थी। बताया जा रहा है कि इसी गाय के दूध का चरणामृत बीते दिनों शिवचर्चा और भागवत कथा में करीब 150 लोगों को बतौर प्रसाद दिया गया था।
ग्रामीणों के मुताबिक, रैबीज की आशंका में लोगों की नींद उड़ी हुई है। पूरा गांव दहशत में है। रविवार को भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरुवा पर 59 लोगों ने रैबीज का टीका लगवाया। अब तक लगभग 129 लोगों ने रैबीज का टीका लगवाया है। जिन लोगों ने गाय के दूध का सेवन किया है, वे मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं।
ग्रामीणों के मुताबिक, रैबीज की आशंका में लोगों की नींद उड़ी हुई है। पूरा गांव दहशत में है। रविवार को भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उरुवा पर 59 लोगों ने रैबीज का टीका लगवाया। अब तक लगभग 129 लोगों ने रैबीज का टीका लगवाया है। जिन लोगों ने गाय के दूध का सेवन किया है, वे मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं।
उरुवा पीएचसी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. जेपी त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार को गांव में कैंप लगाकर गाय के दूध का सेवन करने वाले लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया जाएगा। उनके मन से डर को भी निकाला जाएगा। वहीं, जिला अस्पताल के मेडिकल ऑफिसर डॉ. शहनवाज ने बताया कि लोगों को रैबीज का तीन डोज लगवाना जरूरी है।
गाय के दूध से बने चरणामृत को एक सप्ताह पहले गांव के राजू गौड़ और 31 अक्तूबर को सोनू विश्वकर्मा के यहां आयोजित शिवचर्चा और भागवत कथा में प्रसाद के रूप में वितरित किया गया था। सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया था। डर से करीब 70 लोगों ने शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर रैबीज का टीका लगवाया। हालांकि गाय को काटने वाला कुत्ता स्वस्थ है।
गाय के दूध से बने चरणामृत को एक सप्ताह पहले गांव के राजू गौड़ और 31 अक्तूबर को सोनू विश्वकर्मा के यहां आयोजित शिवचर्चा और भागवत कथा में प्रसाद के रूप में वितरित किया गया था। सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया था। डर से करीब 70 लोगों ने शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर रैबीज का टीका लगवाया। हालांकि गाय को काटने वाला कुत्ता स्वस्थ है।