गोरखपुर SSP ने की बड़ी कार्रवाई: फरियाद न सुनने पर दो थानेदार सहित तीन लाइनहाजिर, चार निलंबित
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने कहा कि जनसुनवाई में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। फरियादी व पुलिस कर्मियों का आमना-सामना फिर कराया जाएगा। लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई होगी। विभागीय जांच भी कराई जाएगी।
विस्तार
गोरखपुर जिले में थाना पुलिस की मनमानी और सुनवाई न होने की शिकायतों पर एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने बुधवार को कड़ा रुख अपनाया है। एसएसपी ने पुलिस लाइंस में जनसुनवाई की और लापरवाह दो थानेदार सहित तीन पुलिस कर्मियों को तत्काल लाइनहाजिर कर दिया। तीन दरोगा और एक हेड कांस्टेबल को निलंबित करने का आदेश दिया।
यही नहीं, लाइनहाजिर और निलंबन का आदेश तत्काल टाइप हुआ और एसएसपी ने जनसुनवाई के दौरान ही हस्ताक्षर करके आगे बढ़ा दिया। जन शिकायतों के निपटारे में लापरवाही पर ही गगहा के थानेदार सहित सात पुलिस कर्मियों को कारण बताओ नोटिस भी दिया गया है। एक दरोगा को चेतावनी दी गई है। संभवत: इस तरह एसएसपी की जनसुनवाई और एक साथ इतने पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई प्रदेश में पहली बार हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, एसएसपी ने जनसुनवाई की अनूठी पहल शुरू की है। पहली बार शिकायतकर्ता व थाना पुलिस के जिम्मेदार अफसर आमने-सामने बैठाए गए। एक-एक मामला एसएसपी ने सुना और धड़ाधड़ फैसला लेते रहे। बुधवार की दोपहर बाद 3 बजे से सुनवाई शुरू हुई, जो देर रात तक चली। इस बीच 150 फरियादियों को सुना गया।
हर मामले में थानेदार, चौकी इंचार्ज, हल्का दरोगा और बीट पुलिस अधिकारी (सिपाहियों) से जवाब लिया गया। जिन मामलों में लापरवाही दिखी उसमें तत्काल कार्रवाई की गई है। हर मामले का निपटारा भी किया गया। साथ ही कहा गया कि मामले की निगरानी एसएसपी खुद करेंगे।
एसएसपी के मुताबिक, गंभीर लापरवाही पर चिलुआताल इंस्पेक्टर विनोद अग्निहोत्री को लाइनहाजिर किया गया है। इंस्पेक्टर को पहले से जानकारी थी, फिर भी महत्वपूर्ण बैठक से अनुपस्थित रहे। इसी तरह केस न दर्ज करने के मामले में इंस्पेक्टर बांसगांव विवेक मलिक को लाइनहाजिर किया गया है। कामकाज में लापरवाही पर दरोगा छोटेलाल को भी लाइनहाजिर कर दिया गया। तहरीर के आधार पर मुकदमा न दर्ज करने के मामले में खजनी के उनवल चौकी इंचार्ज बबलू कुमार को निलंबित किया गया है। बबलू कुमार के खिलाफ विभागीय जांच भी होगी।
इसी तरह गोला थाने के एसआई दिनेश चौधरी, बांसगांव थाने के दरोगा गोपाल यादव व बड़हलगंज के हेड कांस्टेबल बीपीओ बृजेंद्र सिंह को भी निलंबित किया गया। खजनी के हल्का नंबर चार के दरोगा बांकेलाल यादव, बड़हलंगज के दरोगा घनश्याम, एसओ गगहा के प्राइवेट व्यवहार पंजिका पर चेतावनी दर्ज की गई। साथ ही गोरखनाथ के बीट सिपाही अनंत कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई हुई।
मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में बढ़ गए थे फरियादी
पिछले कई महीने से मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में पुलिस की शिकायतें पहुंच रही थीं। इसमें ज्यादातर मामलों में फरियादी थाने पर सुनवाई न होने की दलील देत रहे थे। 10 जून को मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में 800 शिकायतें पहुंची थीं, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई थी।
पुलिस अधिकारियों के पास भी रोजाना फरियादियों की संख्या बढ़ी थी। सोमवार को एसएसपी के पास एक साथ 200 फरियादी पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने जिले के सभी थानों से 150 फरियादियों और उनसे संबंधित पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइंस में बुलाया था।
यहां से आईं इतनी शिकायतें
एसएसपी के सामने पुलिस लाइंस में कुल 150 फरियादी आए, जिनकी थाने पर शिकायत गई थीं। इसमें चिलुआताल से 13, कैंट से 7, बांसगांव से 7, झंगहा 8, गोला 9, पिपराइच 9, गुलरिहा 8, खजनी 8, बड़हलगंज 9, रामगढ़ताल 6, सिकरीगंज 7, चौरीचौरा 5, गगहा 7, सहजनवां 4, कैंपियरगंज 3, खोराबार 4, गोरखनाथ 5, शाहपुर 2, पीपीगंज 5, बेलघाट 7, कोतवाली 1, बेलीपार 9 और हरपुर बुदहट से 6 मामले आए थे।
छोटे मामलों में भी थानों पर कार्रवाई नहीं
एडीजी सीबीसीआईडी की पत्नी सुधा देवी ने जमीन खरीदी है, जिसपर बेचने वाला अब मकान नहीं बनवाने दे रहा। इसपर एसएसपी ने शाहपुर इंस्पेक्टर को फटकार लगाई और चौकी इंचार्ज रामप्रवेश को मौके पर बुलाया गया। कहा गया कि मकान न बनने देने वाली दोनों महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई करें।
पहले धारा बदली, फिर आरोपित का नाम हटाया
गोला के रामजीत ने भी शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी को ससुराल में जहर देकर मारने का प्रयास किया गया था। पुलिस ने मेडिकल ग्राउंड पर हत्या के प्रयास की धारा हटा दी। साथ ही एक आरोपी का नाम निकाल दिया। जबकि आरोपी फर्जी पासपोर्ट बनवाकर हरमेदंर के नाम से विदेश चला गया। उसका कहना है कि वह घटना के समय विदेश में था, जबकि वादी ने सबूत पेश किया कि वह घटना के समय यहीं था। यह घटना 2019 की है। साथ ही वादी ने बताया कि सीमा ने धर्मेंद्र की पत्नी बनकर पहले उसकी जमानत कराई और बाद में हरमेंद्र की पत्नी बनकर उसकी जमानत कराई।
खुद जमीन कब्जाया, अब फरियाद
कुछ ऐसे मामले भी आए, जिसमें पुलिस की लापरवाही से कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद आरोपी ही फरियाद करने लगे। गगहा की संगीता देवी आई थीं। आरोप है कि उन्होंने खुद एक जमीन कब्जा किया है। इस मामले में एसडीएम ने उसपर एक लाख का जुर्माना भी लगाया है। अब वह पति पर हमला करने का आरोप लगाकर फरियाद कर रही है। पुलिस ने उसके खिलाफ जांच कर पूरी लिखित कार्रवाई का निर्देश दिया।
लड़की की फरियाद पर नपे बांसगांव थानेदार
बांसगांव की एक लड़की भाग गई थी। इस मामले में पुलिस ने लड़की को बरामद किया था। पता चला कि एक लड़की लड़का बनकर उसके साथ रहती थी। पुलिस बरामद कर लाई, लेकिन आरोपी पर केस दर्ज नहीं किया। अब आरोपी लड़की ही फरियाद लेकर आई और आरोप लगाया कि मारपीट हुई है। एसएसपी ने बांसगांव थानेदार को लाइनहाजिर किया और दोनों पक्षों पर केस दर्ज करने को कहा।
151 को कानूनी हथियार बनाने पर फटकार
एसएसपी के सामने आया कि पुलिस निस्तारण और कार्रवाई के नाम पर केवल पाबंद कर रही है। तहरीर के आधार पर कड़ी कार्रवाई नहीं की जा रही है। गंभीर मामलों में भी आरोपियों को बख्शा जा रहा है। अधिकांश जमीन के मामले में सुलह या पाबंद तक कार्रवाई सीमित है। वहीं, भूमि विवाद का मामला रजिस्टर पर दर्ज नहीं किया जा रहा है। इसपर एसएसपी ने जिम्मेदारों को खूब फटकार लगाई और तहरीर के गुण दोष के आधार पर आरोपी पक्ष पर सख्त कार्रवाई करते हुए केस दर्ज करने और जेल भेजने का निर्देश दिया।
एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने कहा कि जनसुनवाई में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। फरियादी व पुलिस कर्मियों का आमना-सामना फिर कराया जाएगा। लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई होगी। विभागीय जांच भी कराई जाएगी। पहली जनसुनवाई में लापरवाह पुलिस कर्मियों को सबक मिला है। आगे सुधार होगा, ऐसी उम्मीद है।