{"_id":"69543da0028df4effa072692","slug":"jhojhu-kalan-college-is-promoting-womens-education-charkhi-dadri-news-c-126-cdr1009-149492-2025-12-31","type":"story","status":"publish","title_hn":"Charkhi Dadri News: नारी शिक्षा को बढ़ावा दे रहा झोझू कलां महाविद्यालय","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Charkhi Dadri News: नारी शिक्षा को बढ़ावा दे रहा झोझू कलां महाविद्यालय
संवाद न्यूज एजेंसी, चरखी दादरी
Updated Wed, 31 Dec 2025 02:31 AM IST
विज्ञापन
महिला महाविद्यालय झोझू कलां में खड़ी बसें।
विज्ञापन
चरखी दादरी। महिला शिक्षा को बढ़ावा देने और ग्रामीण क्षेत्र की छात्राओं की पढ़ाई में आ रही परिवहन संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए महिला महाविद्यालय झोझू कलां दो वर्ष से निशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध करवा रहा है।
इस पहल के तहत कुल चार बसें नियमित रूप से विभिन्न गांवों से संचालित हैं। वह छात्राओं को महाविद्यालय तक लाने और छोड़ने का कार्य कर रहीं हैं। इस व्यवस्था से रोजाना सैकड़ों छात्राओं को सीधा लाभ मिल रहा है और उनकी पढ़ाई में निरंतरता बनी है।
दो समाजसेवियों ने दान की थी चार बसें
इन चार बसों में से तीन बसें समाजसेवी सोमबीर घसोला की ओर से उपलब्ध करवाई गई थीं, जबकि एक बस समाजसेवी सोनू पहल ने वर्ष 2022 में छात्राओं के लिए समर्पित की थी। दोनों समाजसेवियों की यह पहल क्षेत्र में महिला शिक्षा के प्रति सकारात्मक सोच का उदाहरण बन चुकी है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की छात्राओं के लिए यह सुविधा किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि इससे उन्हें रोजाना आने-जाने का खर्च नहीं उठाना पड़ रहा है।
एक रूट पर लगाई रोडवेज बस -
कॉलेज समेत हरियाणा रोडवेज की एक बस भी महिला महाविद्यालय की छात्राओं के लिए नौरंगाबास गांव से संचालित की जा रही है। यह बस रोजाना छात्राओं को सुरक्षित और समय पर कॉलेज तक पहुंचा रही है। रोडवेज बस के शामिल होने से बस सेवा का दायरा और बढ़ा है, जिससे दूरदराज के गांवों की छात्राओं को भी राहत मिली है।
चार मार्गों पर निशुल्क यात्रा करवा रहीं बसें -
निशुल्क बस सेवा के तहत चारों बसों को कई मार्गों पर लगाया गया है, ताकि अधिकतम गांवों को कवर किया जा सके। एक बस को बेरला रूट पर, दूसरी बस को नौसवा मार्ग पर, तीसरी बस को शीशवाला-तिवाला रूट पर और चौथी बस को कादमा रूट पर संचालित किया जा रहा है। इन मार्गों पर आने वाले गांवों की छात्राओं को अब कॉलेज पहुंचने के लिए निजी साधनों या महंगे किराये पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।
ऐसी सुविधाएं मिलने से छात्राएं आत्मविश्वास के साथ उच्च शिक्षा की ओर कदम बढ़ा रहीं हैं। कॉलेज में नामांकन और नियमित उपस्थिति पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। आने वाले समय में बस बेड़े में नई बसों को शामिल करने की योजना भी तैयार की जा रही है। - अधिवक्ता सुरेंद्र पाल, प्रधान, शिक्षा एवं जन कल्याण समिति, झोझू कलां।
Trending Videos
इस पहल के तहत कुल चार बसें नियमित रूप से विभिन्न गांवों से संचालित हैं। वह छात्राओं को महाविद्यालय तक लाने और छोड़ने का कार्य कर रहीं हैं। इस व्यवस्था से रोजाना सैकड़ों छात्राओं को सीधा लाभ मिल रहा है और उनकी पढ़ाई में निरंतरता बनी है।
विज्ञापन
विज्ञापन
दो समाजसेवियों ने दान की थी चार बसें
इन चार बसों में से तीन बसें समाजसेवी सोमबीर घसोला की ओर से उपलब्ध करवाई गई थीं, जबकि एक बस समाजसेवी सोनू पहल ने वर्ष 2022 में छात्राओं के लिए समर्पित की थी। दोनों समाजसेवियों की यह पहल क्षेत्र में महिला शिक्षा के प्रति सकारात्मक सोच का उदाहरण बन चुकी है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की छात्राओं के लिए यह सुविधा किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि इससे उन्हें रोजाना आने-जाने का खर्च नहीं उठाना पड़ रहा है।
एक रूट पर लगाई रोडवेज बस -
कॉलेज समेत हरियाणा रोडवेज की एक बस भी महिला महाविद्यालय की छात्राओं के लिए नौरंगाबास गांव से संचालित की जा रही है। यह बस रोजाना छात्राओं को सुरक्षित और समय पर कॉलेज तक पहुंचा रही है। रोडवेज बस के शामिल होने से बस सेवा का दायरा और बढ़ा है, जिससे दूरदराज के गांवों की छात्राओं को भी राहत मिली है।
चार मार्गों पर निशुल्क यात्रा करवा रहीं बसें -
निशुल्क बस सेवा के तहत चारों बसों को कई मार्गों पर लगाया गया है, ताकि अधिकतम गांवों को कवर किया जा सके। एक बस को बेरला रूट पर, दूसरी बस को नौसवा मार्ग पर, तीसरी बस को शीशवाला-तिवाला रूट पर और चौथी बस को कादमा रूट पर संचालित किया जा रहा है। इन मार्गों पर आने वाले गांवों की छात्राओं को अब कॉलेज पहुंचने के लिए निजी साधनों या महंगे किराये पर निर्भर नहीं रहना पड़ता।
ऐसी सुविधाएं मिलने से छात्राएं आत्मविश्वास के साथ उच्च शिक्षा की ओर कदम बढ़ा रहीं हैं। कॉलेज में नामांकन और नियमित उपस्थिति पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। आने वाले समय में बस बेड़े में नई बसों को शामिल करने की योजना भी तैयार की जा रही है। - अधिवक्ता सुरेंद्र पाल, प्रधान, शिक्षा एवं जन कल्याण समिति, झोझू कलां।