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Fatehabad News: तौल में झोल...बाहर कांटों पर सही, मिल के अंदर आ रही सवा दो क्विंटल की कमी
संवाद न्यूज एजेंसी, फतेहाबाद
Updated Sun, 30 Nov 2025 11:36 PM IST
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धर्म कांटे की रसीद जिसमें फसल का वजन 21.30 क्विंटल।
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फतेहाबाद। जिले में भारतीय कपास निगम की ओर से सरकारी खरीद जारी है, लेकिन किसानों ने इसमें अनियमितताओं का आरोप लगाया है। भट्टू अनाज मंडी में किसानों का कहना है कि सीसीआई की ओर से फसल में कम गुणवत्ता का हवाला देकर प्रति क्विंटल 10 किलोग्राम की कटौती की जा रही है।
किसानों ने तौल में भी दो क्विंटल की गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है। इसके बाद उन्होंने जिला उपायुक्त को लिखित शिकायत देकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। नवंबर माह की शुरू से ही एमएसपी पर कपास की खरीद जारी है, लेकिन किसानों का कहना है कि सरकारी खरीद के बावजूद उन्हें उचित मूल्य और सही तौल नहीं मिल रही।
सीसीआई के खरीदार अनाज मंडियों में पहुंचकर कम गुणवत्ता का हवाला देकर फसल खरीदने से इन्कार कर रहे हैं। किसानों की शिकायत है कि न केवल कटौती की जा रही है, बल्कि तौल में भी गड़बड़ी हो रही है। किसान ने प्रशासन से इसकी जांच करवाने की मांग की है।
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दो क्विंटल की मिली गड़बड़ी
गांव मेहूवाला के किसान रामनारायण ने बताया कि उन्होंने कपास से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन अनाज मंडी में पहुंचने से पहले ही भट्टू रोड पर स्थित एक निजी कांटे पर करवाया तो कुल वजन 58.75 क्विंटल, जिसमें ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन 37.30 क्विंटल और कपास का वजन 21.45 क्विंटल मिला। वहीं जब कॉटन मिल में खरीद के दौरान तौलाई हुई तो कुल वजन 58.25 क्विंटल था, जिसमें ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन 39.25 क्विंटल और कपास का वजन 19.10 क्विंटल निकला। इस पर कॉटन मिल में फसल बेचने मना कर दिया और फिर से एक अन्य निजी कांटे पर वजन करवाया तो कुल वजन 58.60 क्विंटल, जिसमें ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन 37.30 क्विंटल और कपास का वजन 21.30 क्विंटल मिला। ऐसे में मुझे खरीद के दौरान 2 क्विंटल 20 किलोग्राम की चपत और प्रति क्विंटल पर 10 किलोग्राम की कटौती की जा रही थी।
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गांव मेहूवाला किसान ओमप्रकाश बेनीवाल ने बताया कि भारतीय कपास निगम के कर्मचारी और मार्केट कमेटी के अधिकारियों की मिली भगत से किसानों के साथ खरीद में लूट की जा रही है। खरीद की गई फसल पर कटौती कर रहे हैं। वहीं वजन में भी गड़बड़ी हो रही है। प्रशासन को नापतौल विभाग से धर्मकांटे की जांच व सीसीआई के उच्च अधिकारियों को कटौती किए जाने की जांच करने चाहिए। गांव मेहूवाला में सीसीआई की खरीद की एकमात्र कॉटन मिल है, जिसके कारण इसमें रोजाना सैकड़ों की फसल की खरीद की जाती है। ऐसे में प्रति क्विंटल पर 10 किलो की कटौती है तो किसानों को रोजाना लाखों रुपये की चपत लग रही है।
:: धर्मकांटों और अन्य तौल के उपकरणों की जांच रूटीन में जारी है। अगर वजन में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो इसकी जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।
-प्रदीप, उपनिरीक्षक, विधिक माप विज्ञान विभाग, फतेहाबाद।
:: एमएसपी पर खरीद की गई फसल में कटौती नहीं की जा सकती, अगर ऐसा कोई मामला है तो इसकी जांच की जाएगी। सीसीआई अपने नियमों के अनुसार खरीद कर रहा है।
-निशांत, सचिव मार्केट कमेटी भट्टू कलां।
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मिल के कांटे में कोई गड़बड़ी नहीं है। अगर किसी को किसी भी तरह का शक है तो वह इसकी जांच कर सकता है। रोजाना 100 से ज्यादा वाहनों की तौलाई होती है। अभी तक किसी भी किसान ने ऐसा आरोप नहीं लगाया है।
- संजय, कॉटन मिल संचालक, मेहूवाला।
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किसानों ने तौल में भी दो क्विंटल की गड़बड़ी होने का आरोप लगाया है। इसके बाद उन्होंने जिला उपायुक्त को लिखित शिकायत देकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। नवंबर माह की शुरू से ही एमएसपी पर कपास की खरीद जारी है, लेकिन किसानों का कहना है कि सरकारी खरीद के बावजूद उन्हें उचित मूल्य और सही तौल नहीं मिल रही।
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सीसीआई के खरीदार अनाज मंडियों में पहुंचकर कम गुणवत्ता का हवाला देकर फसल खरीदने से इन्कार कर रहे हैं। किसानों की शिकायत है कि न केवल कटौती की जा रही है, बल्कि तौल में भी गड़बड़ी हो रही है। किसान ने प्रशासन से इसकी जांच करवाने की मांग की है।
दो क्विंटल की मिली गड़बड़ी
गांव मेहूवाला के किसान रामनारायण ने बताया कि उन्होंने कपास से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन अनाज मंडी में पहुंचने से पहले ही भट्टू रोड पर स्थित एक निजी कांटे पर करवाया तो कुल वजन 58.75 क्विंटल, जिसमें ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन 37.30 क्विंटल और कपास का वजन 21.45 क्विंटल मिला। वहीं जब कॉटन मिल में खरीद के दौरान तौलाई हुई तो कुल वजन 58.25 क्विंटल था, जिसमें ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन 39.25 क्विंटल और कपास का वजन 19.10 क्विंटल निकला। इस पर कॉटन मिल में फसल बेचने मना कर दिया और फिर से एक अन्य निजी कांटे पर वजन करवाया तो कुल वजन 58.60 क्विंटल, जिसमें ट्रैक्टर ट्रॉली का वजन 37.30 क्विंटल और कपास का वजन 21.30 क्विंटल मिला। ऐसे में मुझे खरीद के दौरान 2 क्विंटल 20 किलोग्राम की चपत और प्रति क्विंटल पर 10 किलोग्राम की कटौती की जा रही थी।
गांव मेहूवाला किसान ओमप्रकाश बेनीवाल ने बताया कि भारतीय कपास निगम के कर्मचारी और मार्केट कमेटी के अधिकारियों की मिली भगत से किसानों के साथ खरीद में लूट की जा रही है। खरीद की गई फसल पर कटौती कर रहे हैं। वहीं वजन में भी गड़बड़ी हो रही है। प्रशासन को नापतौल विभाग से धर्मकांटे की जांच व सीसीआई के उच्च अधिकारियों को कटौती किए जाने की जांच करने चाहिए। गांव मेहूवाला में सीसीआई की खरीद की एकमात्र कॉटन मिल है, जिसके कारण इसमें रोजाना सैकड़ों की फसल की खरीद की जाती है। ऐसे में प्रति क्विंटल पर 10 किलो की कटौती है तो किसानों को रोजाना लाखों रुपये की चपत लग रही है।
:: धर्मकांटों और अन्य तौल के उपकरणों की जांच रूटीन में जारी है। अगर वजन में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो इसकी जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।
-प्रदीप, उपनिरीक्षक, विधिक माप विज्ञान विभाग, फतेहाबाद।
:: एमएसपी पर खरीद की गई फसल में कटौती नहीं की जा सकती, अगर ऐसा कोई मामला है तो इसकी जांच की जाएगी। सीसीआई अपने नियमों के अनुसार खरीद कर रहा है।
-निशांत, सचिव मार्केट कमेटी भट्टू कलां।
मिल के कांटे में कोई गड़बड़ी नहीं है। अगर किसी को किसी भी तरह का शक है तो वह इसकी जांच कर सकता है। रोजाना 100 से ज्यादा वाहनों की तौलाई होती है। अभी तक किसी भी किसान ने ऐसा आरोप नहीं लगाया है।
- संजय, कॉटन मिल संचालक, मेहूवाला।

धर्म कांटे की रसीद जिसमें फसल का वजन 21.30 क्विंटल।