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विपक्ष आपके समक्ष: हुड्डा बोले- भाजपा कहती थी 75 पार, जजपा कहती थी यमुना पार, स्वार्थ के कारण दोनों बन गए यार
संवाद न्यूज एजेंसी, जींद (हरियाणा)
Published by: भूपेंद्र सिंह
Updated Thu, 18 Nov 2021 02:10 PM IST
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सार
सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने हरियाणा के जींद से विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है। हरियाणा कांग्रेस के कई दिग्गज नेता इस कार्यक्रम में पहुंचे। कांग्रेस जनता के बीच जाकर जनता की समस्याएं सुनकर सरकार को घेरने का प्रयास कर रही है।

कार्यक्रम में पहुंचे लोग।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विस्तार
कांग्रेस के विपक्ष आपके समक्ष कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा में विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उनका संघर्ष सिर्फ सत्ता परिवर्तन के लिए नहीं, प्रदेश का वातारण बदलने के लिए है।कोई भी वर्ग प्रदेश की सरकार से खुश नहीं है। हुड्डा ने भाजपा-जजपा गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव से पहले भाजपा कहती थी 75 पार, जजपा कहती थी भाजपा का करेंगे यमुना पार, लेकिन चुनाव के बाद स्वार्थ के कारण दोनों यार बन गए।
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सफीदों रोड स्थित उत्तम पैलेस में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में आज किसान को फसल पर एमएसपी नहीं रहा है। कांग्रेस के समय न तो खाद पर टैक्स था और न ही किसानों से जुड़े अन्य सामान पर। इस सरकार ने किसानों से जुड़े हर सामान पर कर लगा कर महंगा कर दिया है।

लोगों को संबोधित करते दीपेंद्र सिंह हुड्डा।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
आयोजन में कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा सहित कांग्रेस के दिग्गज नेता पहुंच चुके हैं। कांग्रेसी नेताओं ने सरकार पर जमकर निशाना साधा और जींद में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के मुद्दे को उठाया।जींद के कांग्रेस नेता राजू लखिना ने कहा कोई भी मूलभूत सुविधाएं हमारे जींद में नहीं है। एक आम आदमी का अधिकार है उसे पानी मिले, लेकिन पानी के लिए जींद मे कोई व्यवस्था नहीं है। कार्यक्रम में पहले से ही पंजीकृत लोगों की समस्या व शिकायतें सुनी गई।। दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। लोगों ने कहा कि डीएपी नहीं मिल रही है तो दीपेंद्र हुड्डा बोले कि डिप्टी सीएम भी नहीं मिल रहे हैं। सरकार चंडीगढ़ में आइसोलेट हो गई है।

कार्यक्रम में संबोधित करते पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा।
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
सात साल में बेरोजगारी व अपराध में नंबर एक बना हरियाणा
हुड्डा ने कहा कि सात साल पहले जहां हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, रोजगार के मामले में देश पर नंबर एक पर था, वहीं अपराध पर भी सरकार ने अंकुश लगाया था। आज की सरकार के दौर में प्रदेश बेरोजगार व अपराध में नंबर एक पर है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में रिहायसी प्रमाण पत्र के लिए 15 साल की पात्रता है, लेकिन बाहरी लोगों को सुविधा देने के लिए प्रदेश में यह पात्रता पांच साल की गई है। इसके चलते ही बिजली निगम में नौकरी पर लगे 180 में से महज 22 एसडीओ हरियाणा के थे। 80 में से महज दो हरियाणा के थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के समय सरकारी कर्मचारियों की संख्या चार लाख थी। सात साल में जनसंख्या बढ़ी है। इस हिसाब से नौकरियां बढ़नी चाहिएं थी, लेकिन अब महज 2 लाख 80 हजार कर्मचारी बचे हुए हैं।
जींद में रहा है कांग्रेस का प्रभाव
दरअसल रोहतक, झज्जर व सोनीपत की देशवाली बेल्ट में भूपेंद्र हुड्डा का खासा प्रभाव माना जाता है। जींद जिला रोहतक व सोनीपत से सटा होने के कारण अब यहां भी हुड्डा खुद को मजबूत करने की कवायद कर रहे हैं। 2005 के विधानसभा चुनाव में सफीदों को छोड़ कर सभी चार सीटों जींद, उचाना, नरवाना व जुलाना में कांग्रेस के विधायक बने थे। हालांकि सफीदों में भी पुराने कांग्रेसी बचन सिंह आर्य निर्दलीय विधायक बने थे। ऐसे में पांचों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था लेकिन इसके बाद कांग्रेस अपनी जमीन नहीं बचा पाई। 2019 के विधानसभा चुनाव में सफीदों से सुभाष गांगोली ही कांग्रेस के विधायक बन सके।
वहीं पुरानी कांग्रेस की बात की जाए तो तब के प्रतिष्ठित नेता रहे उचाना से बीरेंद्र सिंह, सफीदों से बचन सिंह आर्य सरीखे लोग भाजपा में जा चुके हैं। जींद में पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता का परिवार जजपा में चला गया। जुलाना से दो बार चुनाव जीतने वाले आईजी शेर सिंह राजनीति में सक्रिय नहीं हैं और नरवाना विधानसभा सीट आरक्षित होने के बाद वहां के कद्दावर नेता रणदीप सुरजेवाला कैथल चले गए हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास फिलहाल पुराने व नामी चेहरों में जुलाना में दो बार इनेलो से विधायक रहे परमेंद्र सिंह ढुल हैं। इस हिसाब से कांग्रेस का पुराना किला हाथ से निकल चुका है। जींद में होने वाले कार्यक्रम में फिर से कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरते हुए आगे की योजना बनेगी।
हुड्डा ने कहा कि सात साल पहले जहां हरियाणा प्रति व्यक्ति आय, रोजगार के मामले में देश पर नंबर एक पर था, वहीं अपराध पर भी सरकार ने अंकुश लगाया था। आज की सरकार के दौर में प्रदेश बेरोजगार व अपराध में नंबर एक पर है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में रिहायसी प्रमाण पत्र के लिए 15 साल की पात्रता है, लेकिन बाहरी लोगों को सुविधा देने के लिए प्रदेश में यह पात्रता पांच साल की गई है। इसके चलते ही बिजली निगम में नौकरी पर लगे 180 में से महज 22 एसडीओ हरियाणा के थे। 80 में से महज दो हरियाणा के थे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के समय सरकारी कर्मचारियों की संख्या चार लाख थी। सात साल में जनसंख्या बढ़ी है। इस हिसाब से नौकरियां बढ़नी चाहिएं थी, लेकिन अब महज 2 लाख 80 हजार कर्मचारी बचे हुए हैं।
जींद में रहा है कांग्रेस का प्रभाव
दरअसल रोहतक, झज्जर व सोनीपत की देशवाली बेल्ट में भूपेंद्र हुड्डा का खासा प्रभाव माना जाता है। जींद जिला रोहतक व सोनीपत से सटा होने के कारण अब यहां भी हुड्डा खुद को मजबूत करने की कवायद कर रहे हैं। 2005 के विधानसभा चुनाव में सफीदों को छोड़ कर सभी चार सीटों जींद, उचाना, नरवाना व जुलाना में कांग्रेस के विधायक बने थे। हालांकि सफीदों में भी पुराने कांग्रेसी बचन सिंह आर्य निर्दलीय विधायक बने थे। ऐसे में पांचों सीटों पर कांग्रेस का कब्जा था लेकिन इसके बाद कांग्रेस अपनी जमीन नहीं बचा पाई। 2019 के विधानसभा चुनाव में सफीदों से सुभाष गांगोली ही कांग्रेस के विधायक बन सके।
वहीं पुरानी कांग्रेस की बात की जाए तो तब के प्रतिष्ठित नेता रहे उचाना से बीरेंद्र सिंह, सफीदों से बचन सिंह आर्य सरीखे लोग भाजपा में जा चुके हैं। जींद में पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता का परिवार जजपा में चला गया। जुलाना से दो बार चुनाव जीतने वाले आईजी शेर सिंह राजनीति में सक्रिय नहीं हैं और नरवाना विधानसभा सीट आरक्षित होने के बाद वहां के कद्दावर नेता रणदीप सुरजेवाला कैथल चले गए हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास फिलहाल पुराने व नामी चेहरों में जुलाना में दो बार इनेलो से विधायक रहे परमेंद्र सिंह ढुल हैं। इस हिसाब से कांग्रेस का पुराना किला हाथ से निकल चुका है। जींद में होने वाले कार्यक्रम में फिर से कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरते हुए आगे की योजना बनेगी।