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Kurukshetra News: ब्लैक स्पॉट पर हुए हादसों में दो युवकों की हुई मौत, एक की पहचान नहीं
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कुरुक्षेत्र। ब्लैक स्पॉट बने ढांड रोड पर सफेद पट्टी लगाना ही भूला विभाग। संवाद
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संवाद न्यूज एजेंसी
कुरुक्षेत्र। जिले में प्रशासन की ओर से चिह्नित ब्लैक स्पॉट पर शुक्रवार अलसुबह घने कोहरे के बीच दो अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। दोनों हादसे ऐसे स्थानों पर हुए जो पहले से ही ब्लैक स्पॉट घोषित हैं। दोनों हादसों का मुख्य कारण घना कोहरा माना जा रहा है। ऐसे में ढांड रोड पर सफेद पट्टी का न होना प्रशासन की ओर से दो दिन पहले सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में किए गए व्यवस्थाओं के दावों पर सवाल खड़े हो रहे हैं
जानकारी के अनसार जिले में शुक्रवार सुबह छाई कोहरे की मोटी चादर ने दृश्यता को बेहद कम कर दिया था। कई जगहों पर दृश्यता 10 मीटर से भी कम रह गई, जिससे वाहन चालकों को सामने आने वाले व्यक्ति या वाहन दिखाई नहीं दे रहे थे। ऐसे में पहला हादसा पिपली ब्लैक स्पॉट के पास वीटा बूथ के समीप हुआ। यहां एक अज्ञात युवक घूम रहा था तभी तेज रफ्तार वाहन ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि युवक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को युवक के शव पर रगड़ने के निशान व सिर में गहरी चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पहचान नहीं होने के कारण शव को शिनाख्त के लिए 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
दूसरा हादसा ढांड रोड पर बारना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के पास हुआ। यहां उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के बदलू पुरवा गांव निवासी 30 वर्षीय माधव की मौत हो गई। माधव यहीं पास में किसी के पास नौकरी करता था। वह सुबह अपने काम पर पैदल-पैदल जा रहा था। तभी बारना की ओर से एक बाइक सवार ने माधव को टक्कर मार दी। टक्कर से घायल हुए माधव ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने दोनों मामलों में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। फरार चालकों की तलाश जारी है। थाना सदर थानेसर और ज्योतिसर चौकी टीम ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी हुई है, लेकिन धुंध होने की वजह से फुटेज में कुछ स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है। पुलिस कि आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन दावों व जागरुकता अभियान तक सिमटा
जिले में ब्लैक स्पॉट् पर लगातार हो रहे हादसे चिंता का विषय बने हुए हैं। प्रशासन और पुलिस द्वारा इन स्थानों पर विशेष सतर्कता के दावों के बावजूद मौतों का ग्राफ नहीं रुक रहा। सर्दी बढ़ने के साथ धुंध का प्रकोप और बढ़ने की आशंका है, जिससे ब्लैक स्पॉट पर हादसों का खतरा और गंभीर हो गया है। धुंध के मौसम में रिफ्लेक्टर, साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और नियमित गश्त जैसी व्यवस्थाएं और सख्ती से लागू करने की जरूरत है, लेकिन जिले में अधिकतर सड़कों पर सफेद पट्टियां भी गायब हो चुकी हैं। प्रशासन सिर्फ दावों व जागरूकता अभियान चलाने तक सिमटा हुआ है।
ढांड रोड पर नहीं है सफेद पट्टी
ब्लैक स्पॉट घोषित हुए ढांड रोड का निमार्ण पूरा हुए दो माह के करीब हो चुका है, लेकिन अभी तक संबंधित विभाग ने रोड पर सफेद पट्टी नहीं लगाई है। धुंध के मौसम में इस रोड पर सफेद पट्टिया न होने के कारण हादसों की संभावना और भी बढ़ गई है। वहीं पिछली सड़क सुरक्षा की बैठक में इस रोड पर सड़क की ओर झुकी टहनियों को काटने ने लिए प्रशासन ने वन विभाग को आदेश दिए थे, जो अब तक नहीं काटी गई है। वहीं दो माह पहले बारना गांव के पास ही एक ही सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद भी विभाग इस रोड पर लापरवाही बरतनी कम नहीं कर रहा है।
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जानकारी के अनसार जिले में शुक्रवार सुबह छाई कोहरे की मोटी चादर ने दृश्यता को बेहद कम कर दिया था। कई जगहों पर दृश्यता 10 मीटर से भी कम रह गई, जिससे वाहन चालकों को सामने आने वाले व्यक्ति या वाहन दिखाई नहीं दे रहे थे। ऐसे में पहला हादसा पिपली ब्लैक स्पॉट के पास वीटा बूथ के समीप हुआ। यहां एक अज्ञात युवक घूम रहा था तभी तेज रफ्तार वाहन ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि युवक की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस को युवक के शव पर रगड़ने के निशान व सिर में गहरी चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पहचान नहीं होने के कारण शव को शिनाख्त के लिए 72 घंटे के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है।
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दूसरा हादसा ढांड रोड पर बारना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के पास हुआ। यहां उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के बदलू पुरवा गांव निवासी 30 वर्षीय माधव की मौत हो गई। माधव यहीं पास में किसी के पास नौकरी करता था। वह सुबह अपने काम पर पैदल-पैदल जा रहा था। तभी बारना की ओर से एक बाइक सवार ने माधव को टक्कर मार दी। टक्कर से घायल हुए माधव ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आरोपी चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने दोनों मामलों में संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। फरार चालकों की तलाश जारी है। थाना सदर थानेसर और ज्योतिसर चौकी टीम ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी हुई है, लेकिन धुंध होने की वजह से फुटेज में कुछ स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा है। पुलिस कि आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन दावों व जागरुकता अभियान तक सिमटा
जिले में ब्लैक स्पॉट् पर लगातार हो रहे हादसे चिंता का विषय बने हुए हैं। प्रशासन और पुलिस द्वारा इन स्थानों पर विशेष सतर्कता के दावों के बावजूद मौतों का ग्राफ नहीं रुक रहा। सर्दी बढ़ने के साथ धुंध का प्रकोप और बढ़ने की आशंका है, जिससे ब्लैक स्पॉट पर हादसों का खतरा और गंभीर हो गया है। धुंध के मौसम में रिफ्लेक्टर, साइन बोर्ड, स्पीड ब्रेकर और नियमित गश्त जैसी व्यवस्थाएं और सख्ती से लागू करने की जरूरत है, लेकिन जिले में अधिकतर सड़कों पर सफेद पट्टियां भी गायब हो चुकी हैं। प्रशासन सिर्फ दावों व जागरूकता अभियान चलाने तक सिमटा हुआ है।
ढांड रोड पर नहीं है सफेद पट्टी
ब्लैक स्पॉट घोषित हुए ढांड रोड का निमार्ण पूरा हुए दो माह के करीब हो चुका है, लेकिन अभी तक संबंधित विभाग ने रोड पर सफेद पट्टी नहीं लगाई है। धुंध के मौसम में इस रोड पर सफेद पट्टिया न होने के कारण हादसों की संभावना और भी बढ़ गई है। वहीं पिछली सड़क सुरक्षा की बैठक में इस रोड पर सड़क की ओर झुकी टहनियों को काटने ने लिए प्रशासन ने वन विभाग को आदेश दिए थे, जो अब तक नहीं काटी गई है। वहीं दो माह पहले बारना गांव के पास ही एक ही सड़क दुर्घटना में पांच लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद भी विभाग इस रोड पर लापरवाही बरतनी कम नहीं कर रहा है।