{"_id":"68c9aac8edfc55029f064f39","slug":"students-will-get-help-in-keeping-their-research-work-safe-dr-yashpal-rewari-news-c-198-1-fth1001-225794-2025-09-16","type":"story","status":"publish","title_hn":"छात्राओं को शोध कार्य को सुरक्षित रखने में मिलेगी मदद: डॉ. यशपाल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
छात्राओं को शोध कार्य को सुरक्षित रखने में मिलेगी मदद: डॉ. यशपाल
संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Tue, 16 Sep 2025 11:52 PM IST
विज्ञापन

फोटो : 37वर्कशॉप में भाग लेतीं छात्राएं। स्रोत : कॉलेज
विज्ञापन
कोसली। भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के सरकारी महिला रीजनल सेंटर कृष्ण नगर की आईपीआर सेल की ओर से मंगलवार को इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स (आईपीआर), पेटेंट्स और डिजाइन फिलिंग विषय पर ऑनलाइन वर्कशॉप हुई। इसमें डॉ. यशपाल शर्मा ने कहा कि आईपीआर संबंधी जागरूकता से छात्राओं को शोध कार्य को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
वर्कशॉप का संचालन समन्वयक पूजा और नीलम यादव के नेतृत्व में किया गया। राजीव गांधी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी मैनेजमेंट नागपुर के डॉ. भरत एन. सूर्यवंशी ने बताया कि रिसर्च व नवाचार को सुरक्षित रखने के लिए पेटेंट, डिजाइन और कॉपीराइट लेना आवश्यक है।
उन्होंने ट्रेडमार्क, लोगो और डिजाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तथा बौद्धिक संपदा संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर छात्राओं को जानकारी दी। डॉ. यशपाल शर्मा ने कहा कि आईपीआर संबंधी जागरूकता से छात्राओं को अपने हुनर और शोध कार्य को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
कुलपति प्रो. सुदेश ने अपने संदेश में कहा कि यह वर्कशॉप छात्राओं के ज्ञानवर्धन और भविष्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। वर्कशॉप के दौरान छात्राओं ने सक्रिय रूप से प्रश्न पूछे और चर्चा में भाग लिया।
कार्यक्रम में डॉ. अनिल कुमार, डॉ. प्रवेश भारद्वाज, डॉ. अंजलि यादव, डॉ. रीनू यादव, सुनिता यादव, डॉ. सोनिया यादव, सनिता यादव, मधु बाला, अंजू शर्मा आदि संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।

वर्कशॉप का संचालन समन्वयक पूजा और नीलम यादव के नेतृत्व में किया गया। राजीव गांधी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी मैनेजमेंट नागपुर के डॉ. भरत एन. सूर्यवंशी ने बताया कि रिसर्च व नवाचार को सुरक्षित रखने के लिए पेटेंट, डिजाइन और कॉपीराइट लेना आवश्यक है।
विज्ञापन
विज्ञापन
उन्होंने ट्रेडमार्क, लोगो और डिजाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया तथा बौद्धिक संपदा संरक्षण के विभिन्न पहलुओं पर छात्राओं को जानकारी दी। डॉ. यशपाल शर्मा ने कहा कि आईपीआर संबंधी जागरूकता से छात्राओं को अपने हुनर और शोध कार्य को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी।
कुलपति प्रो. सुदेश ने अपने संदेश में कहा कि यह वर्कशॉप छात्राओं के ज्ञानवर्धन और भविष्य के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। वर्कशॉप के दौरान छात्राओं ने सक्रिय रूप से प्रश्न पूछे और चर्चा में भाग लिया।
कार्यक्रम में डॉ. अनिल कुमार, डॉ. प्रवेश भारद्वाज, डॉ. अंजलि यादव, डॉ. रीनू यादव, सुनिता यादव, डॉ. सोनिया यादव, सनिता यादव, मधु बाला, अंजू शर्मा आदि संकाय सदस्य भी उपस्थित रहे।