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नवाचार और अनुसंधान का है वर्तमान युग : टंकेश्वर कुमार
संवाद न्यूज एजेंसी, रेवाड़ी
Updated Tue, 16 Sep 2025 11:50 PM IST
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फोटो : 25आईजीयू में लगे स्टाल का अवलोकन करते मुख्यतिथि साथ में प्रोफेसर। स्रोत : विवि
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रेवाड़ी। केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि वर्तमान युग नवाचार और अनुसंधान का है। विश्वविद्यालय विद्यार्थियों में अनुसंधान की प्रवृत्ति विकसित करें। विद्यार्थी केवल उपभोक्ता न बनें बल्कि तकनीकी समाधान देने वाले क्रिएटर और इनोवेटर बनने का प्रयास करें। उन्होंने ये बातें मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय में प्रौद्योगिकी दिवस पर आयोजित टेक होरिजन टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फॉर फ्यूचर विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।
यह कार्यक्रम हरियाणा राज्य विज्ञान नवाचार एवं प्रौद्योगिकी परिषद की ओर से आयोजित किया गया। प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने कहा कि अर्थव्यवस्था और नवाचार गहरे रूप से जुड़े हुए हैं। ज्ञान से बेहतर अंतरदृष्टि प्राप्त होती है, जो रचनात्मकता को बढ़ावा देती है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और उच्च गति की तकनीकों को भविष्य की तकनीकी प्रगति के महत्वपूर्ण स्तंभ बताया।
कुलपति प्रोफेसर असीम मिगलानी ने बिग डेटा एनालिटिक्स की शक्ति को पारंपरिक शिक्षण से आगे बढ़ने का माध्यम बताया। कंप्यूटर साइंस विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर सतिंदर बल गुप्ता ने चार प्रतियोगिताओं की जानकारी दी। इसमें 100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रोफेसर रितु ने कौशल संवर्धन केंद्र के लिए सूचना पत्र जारी किया।
मुख्य वक्ता डॉ. सुशील गुप्ता ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स की भूमिका को विस्तार पूर्वक बताते हुए उसके उपयोगों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र नई दिल्ली से डॉ. सुशील गुप्ता, प्रो. राकेश कुमार रहे।
टेक्निकल क्विज स्पर्धा में निशा व भोजराज प्रथम
टेक्निकल क्विज में प्रथम स्थान पर निशा व भोजराज, द्वितीय सचिन व दिव्या और तृतीय स्थान पर विवेक व नितेश रहे। पोस्टर मेकिंग में प्रथम स्थान पर तुषार, द्वितीय स्थान पर निशा तृतीय पर संजना व भुवन रहे। मॉडल मेकिंग में प्रथम हर्ष वर्धन, मनस्वी, हिमांशु, द्वितीय साक्षी, संध्या, वर्षा व तृतीय स्थान पर अनामिका, महक, वन्या, हिमांशी, दीक्षा, सुषमा रहे। पीपीटी प्रेजेंटेशन में प्रथम अंजना व रशीका, द्वितीय प्रिया कौशिक, तृतीय स्थान पर प्रज्ञा शर्मा रहे।
कार्यक्रम का संचालन कंप्यूटर साइंस विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. संगीता द्वारा किया गया। प्रोफेसर सविता कुमारी श्योराण ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

यह कार्यक्रम हरियाणा राज्य विज्ञान नवाचार एवं प्रौद्योगिकी परिषद की ओर से आयोजित किया गया। प्रोफेसर टंकेश्वर कुमार ने कहा कि अर्थव्यवस्था और नवाचार गहरे रूप से जुड़े हुए हैं। ज्ञान से बेहतर अंतरदृष्टि प्राप्त होती है, जो रचनात्मकता को बढ़ावा देती है। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और उच्च गति की तकनीकों को भविष्य की तकनीकी प्रगति के महत्वपूर्ण स्तंभ बताया।
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कुलपति प्रोफेसर असीम मिगलानी ने बिग डेटा एनालिटिक्स की शक्ति को पारंपरिक शिक्षण से आगे बढ़ने का माध्यम बताया। कंप्यूटर साइंस विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर सतिंदर बल गुप्ता ने चार प्रतियोगिताओं की जानकारी दी। इसमें 100 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रोफेसर रितु ने कौशल संवर्धन केंद्र के लिए सूचना पत्र जारी किया।
मुख्य वक्ता डॉ. सुशील गुप्ता ने इंटरनेट ऑफ थिंग्स की भूमिका को विस्तार पूर्वक बताते हुए उसके उपयोगों के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र नई दिल्ली से डॉ. सुशील गुप्ता, प्रो. राकेश कुमार रहे।
टेक्निकल क्विज स्पर्धा में निशा व भोजराज प्रथम
टेक्निकल क्विज में प्रथम स्थान पर निशा व भोजराज, द्वितीय सचिन व दिव्या और तृतीय स्थान पर विवेक व नितेश रहे। पोस्टर मेकिंग में प्रथम स्थान पर तुषार, द्वितीय स्थान पर निशा तृतीय पर संजना व भुवन रहे। मॉडल मेकिंग में प्रथम हर्ष वर्धन, मनस्वी, हिमांशु, द्वितीय साक्षी, संध्या, वर्षा व तृतीय स्थान पर अनामिका, महक, वन्या, हिमांशी, दीक्षा, सुषमा रहे। पीपीटी प्रेजेंटेशन में प्रथम अंजना व रशीका, द्वितीय प्रिया कौशिक, तृतीय स्थान पर प्रज्ञा शर्मा रहे।
कार्यक्रम का संचालन कंप्यूटर साइंस विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. संगीता द्वारा किया गया। प्रोफेसर सविता कुमारी श्योराण ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।