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Sirsa News: नशा करने वाला ही नहीं, परिवार भी भुगतता है दुष्परिणाम
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ऐलनाबाद। सत्यनारायण पांडिया, पार्षद वार्ड नंबर 7
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ऐलनाबाद। वार्ड 7 के पार्षद सत्यनारायण पांडिया ने कहा कि नशा समाज के लिए गंभीर अभिशाप बनता जा रहा है। नशा करने वाला व्यक्ति ही नहीं, बल्कि उसका पूरा परिवार इसके दुष्परिणाम भुगतता है। कई युवक नशे की लत के कारण अपनी जिंदगी तक बर्बाद कर लेते हैं। पांडिया ने चिंता जताई कि आज का युवा वर्ग तेजी से नशे की चपेट में आ रहा है।
छोटे बच्चे भी बड़े-बुज़ुर्गों को देखकर नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जबकि लड़कियों में भी नशा करने के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशा बेचने वाले असामाजिक तत्व बच्चों को अपना आसान निशाना बनाते है। इसलिए छात्र-छात्राओं को ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने अपील की कि बच्चे नशा तस्करों को पहचानें और उनकी संगति से दूर रहें।
पांडिया ने बाल विवाह को भी एक गंभीर सामाजिक समस्या बताया। उन्होंने कहा कि यदि किसी कारणवश कोई छात्रा दसवीं या बारहवीं कक्षा के बाद स्कूल छोड़ती है, तो उसे आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाए ताकि परिवार बाल विवाह न कर सके। पांडिया ने कहा कि बाल विवाह का कोई मामला संज्ञान में आए तो तुरंत महिला थाने को सूचना दी जाए।
साथ ही अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान दें। यदि किसी बच्चे के नशे में लिप्त होने की जानकारी मिले तो उसे समझाएं और उसके परिवार को भी अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही नशा व बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों पर रोक लगाई जा सकती है।
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पांडिया ने बाल विवाह को भी एक गंभीर सामाजिक समस्या बताया। उन्होंने कहा कि यदि किसी कारणवश कोई छात्रा दसवीं या बारहवीं कक्षा के बाद स्कूल छोड़ती है, तो उसे आगे की पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाए ताकि परिवार बाल विवाह न कर सके। पांडिया ने कहा कि बाल विवाह का कोई मामला संज्ञान में आए तो तुरंत महिला थाने को सूचना दी जाए।
साथ ही अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर ध्यान दें। यदि किसी बच्चे के नशे में लिप्त होने की जानकारी मिले तो उसे समझाएं और उसके परिवार को भी अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयासों से ही नशा व बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों पर रोक लगाई जा सकती है।