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Yamuna Nagar News: ग्रामीणों ने गांव से निकल रहे डंपरों को रोक लगाया जाम
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Mon, 22 Dec 2025 01:12 AM IST
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गांव मारवा कलां में ग्रामीणों की ओर से रोके गए डंपर। वायरल वीडियो
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संवाद न्यूज एजेंसी
व्यासपुर। खंड के गांव मारवा कलां के ग्रामीणों ने शनिवार देर रात को गांव की मुख्य सड़क से दिनरात गुजर रहे मिट्टी से भरे ओवरलोड और तेज रफ्तार डंपरों को रोक दिया। डंपरों को रोकने के बाद खुद भी सड़क पर खड़े हो गए, जिससे काफी देर तक सड़क पर जाम लगा रहा। ग्रामीणों ने प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
ग्रामीणों ने लगभग डेढ़ घंटे तक डंपरों को रोक कर रखा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने कई बार प्रशासन को शिकायतें दी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसी लापरवाही का खामियाजा गांव के लोगों को जान गंवाकर भुगतना पड़ रहा है।
ग्रामीण नरेश कुमार, प्रदीप कुमार, संजीव कुमार, सोहन लाल, धर्मपाल ,संदीप कुमार का कहना है कि गांव मारवा कलां की सड़क काफी संकरी है, इसके बावजूद भारी भरकम डंपर बिना किसी रोक-टोक के तेज रफ्तार में दिन-रात गुजरते रहते हैं। तेज गति से चल रहे ओवरलोड डंपरों से मिट्टी सड़क पर गिरती रहती है, जिससे सड़क फिसलन भरी हो जाती है और हर समय हादसे का खतरा बना रहता है।
रात के समय हालात और भी भयावह हो जाते हैं, क्योंकि कई डंपर बिना नंबर प्लेट के गुजरते हैं। रात के समय अधिकतर चालक नशा करके गाड़ी चलाते है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का लिंक मार्ग उनके गांव व अन्य गांवों को जोड़ता है। यह मार्ग भारी वाहनों के लिए नहीं बनाया गया है। इसी तरह से कुछ दिन ओवरलोड मिट्टी से भरे डंपर चलते रहे तो सड़क कुछ ही दिनों में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाएंगी।
ग्रामीणों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि एक दिन पहले गांव के ही निवासी लछमी चंद की एक डंपर के नीचे कुचलने से मौत हो गई थी। इस हादसे ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने डंपरों की आवाजाही पर रोक लगाई होती, तो शायद लछमी चंद की जान बच सकती थी। इस घटना के बाद भी डंपरों का गांव की सड़क से गुजरना कम नही हुआ है।
मजबूरन ग्रामीणों को प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं का सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है। हर समय हादसे का डर बना रहता है। पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की मांगों को उच्च अधिकारियों और प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा तथा ओवरलोड और नियमों का उल्लंघन करने वाले डंपरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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ग्रामीणों ने लगभग डेढ़ घंटे तक डंपरों को रोक कर रखा। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने कई बार प्रशासन को शिकायतें दी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इसी लापरवाही का खामियाजा गांव के लोगों को जान गंवाकर भुगतना पड़ रहा है।
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ग्रामीण नरेश कुमार, प्रदीप कुमार, संजीव कुमार, सोहन लाल, धर्मपाल ,संदीप कुमार का कहना है कि गांव मारवा कलां की सड़क काफी संकरी है, इसके बावजूद भारी भरकम डंपर बिना किसी रोक-टोक के तेज रफ्तार में दिन-रात गुजरते रहते हैं। तेज गति से चल रहे ओवरलोड डंपरों से मिट्टी सड़क पर गिरती रहती है, जिससे सड़क फिसलन भरी हो जाती है और हर समय हादसे का खतरा बना रहता है।
रात के समय हालात और भी भयावह हो जाते हैं, क्योंकि कई डंपर बिना नंबर प्लेट के गुजरते हैं। रात के समय अधिकतर चालक नशा करके गाड़ी चलाते है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का लिंक मार्ग उनके गांव व अन्य गांवों को जोड़ता है। यह मार्ग भारी वाहनों के लिए नहीं बनाया गया है। इसी तरह से कुछ दिन ओवरलोड मिट्टी से भरे डंपर चलते रहे तो सड़क कुछ ही दिनों में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाएंगी।
ग्रामीणों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि एक दिन पहले गांव के ही निवासी लछमी चंद की एक डंपर के नीचे कुचलने से मौत हो गई थी। इस हादसे ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने डंपरों की आवाजाही पर रोक लगाई होती, तो शायद लछमी चंद की जान बच सकती थी। इस घटना के बाद भी डंपरों का गांव की सड़क से गुजरना कम नही हुआ है।
मजबूरन ग्रामीणों को प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं का सड़क पर निकलना मुश्किल हो गया है। हर समय हादसे का डर बना रहता है। पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की मांगों को उच्च अधिकारियों और प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा तथा ओवरलोड और नियमों का उल्लंघन करने वाले डंपरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

गांव मारवा कलां में ग्रामीणों की ओर से रोके गए डंपर। वायरल वीडियो