{"_id":"695430800424671f7a0cc1f6","slug":"with-no-doctors-available-at-the-hospital-the-woman-gave-birth-to-her-child-on-the-floor-yamuna-nagar-news-c-246-1-sknl1018-149060-2025-12-31","type":"story","status":"publish","title_hn":"Yamuna Nagar News: अस्पताल में नहीं मिले डॉक्टर, फर्श पर दिया बच्चे को जन्म","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Yamuna Nagar News: अस्पताल में नहीं मिले डॉक्टर, फर्श पर दिया बच्चे को जन्म
संवाद न्यूज एजेंसी, यमुना नगर
Updated Wed, 31 Dec 2025 01:35 AM IST
विज्ञापन
मामले की जानकारी देते महिला के पति शिव कुमार। संवाद
विज्ञापन
संवाद न्यूज एजेंसी
छछरौली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छछरौली में मंगलवार सुबह स्वास्थ्य सेवाओं की संवेदनहीन तस्वीर सामने आई, जहां प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक गर्भवती महिला को समय पर चिकित्सकीय सहायता नहीं मिल सकी। डॉक्टर की अनुपस्थिति में महिला करीब आधे घंटे तक अस्पताल के फर्श पर तड़पती रही और आखिरकार फर्श पर ही उसने बच्चे को जन्म दिया। घटना ने सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बिहार के पूर्णिया जिले के निवासी शिवम कुमार अपनी पत्नी शालू कुमारी को मंगलवार सुबह करीब आठ बजे प्रसव पीड़ा होने पर छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे। शिवम ने बताया कि उनका परिवार भूखड़ी गांव में रहता है और वह स्वयं दिल्ली में काम करते हैं। पत्नी यमुनानगर क्षेत्र में रह रही है। अस्पताल पहुंचने पर उन्हें उम्मीद थी कि तुरंत डॉक्टर और स्टाफ की मदद मिलेगी, लेकिन वहां मौजूद हालात निराशाजनक निकले। शिवम के अनुसार अस्पताल में उस समय केवल एक युवक मौजूद था।
उन्होंने उससे तुरंत डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाई, लेकिन जवाब मिला कि डॉक्टर अभी मौके पर नहीं हैं और कुछ देर इंतजार करना पड़ेगा। इस दौरान शालू कुमारी की पीड़ा बढ़ती चली गई। करीब आधे घंटे तक वह अस्पताल के अंदर फर्श पर दर्द से कराहती रही, जबकि उसका पति इधर-उधर मदद के लिए दौड़ता रहा।
डॉक्टर के नहीं पहुंचने पर आखिरकार शालू कुमारी ने अस्पताल के फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। बच्चे के जन्म के बाद डॉक्टर मौके पर पहुंचे और जच्चा-बच्चा दोनों को वार्ड में शिफ्ट किया गया। पति शिवम ने स्टाफ और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि समय पर सहायता मिल जाती तो पत्नी को इस अमानवीय स्थिति से नहीं गुजरना पड़ता। हालांकि राहत की बात यह रही कि फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं।
मामले की जांच कराई जा रही : डॉ. वागेश गुटैन
छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉक्टर वागेश गुटैन ने बताया कि उन्हें सुबह डिलीवरी का मामला संज्ञान में आया है। प्रारंभिक जानकारी में स्ट्रेचर पर डिलीवरी की बात सामने आई है, फिर भी पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच में यदि किसी भी कर्मचारी या स्टाफ की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Trending Videos
छछरौली। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छछरौली में मंगलवार सुबह स्वास्थ्य सेवाओं की संवेदनहीन तस्वीर सामने आई, जहां प्रसव पीड़ा से जूझ रही एक गर्भवती महिला को समय पर चिकित्सकीय सहायता नहीं मिल सकी। डॉक्टर की अनुपस्थिति में महिला करीब आधे घंटे तक अस्पताल के फर्श पर तड़पती रही और आखिरकार फर्श पर ही उसने बच्चे को जन्म दिया। घटना ने सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बिहार के पूर्णिया जिले के निवासी शिवम कुमार अपनी पत्नी शालू कुमारी को मंगलवार सुबह करीब आठ बजे प्रसव पीड़ा होने पर छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे थे। शिवम ने बताया कि उनका परिवार भूखड़ी गांव में रहता है और वह स्वयं दिल्ली में काम करते हैं। पत्नी यमुनानगर क्षेत्र में रह रही है। अस्पताल पहुंचने पर उन्हें उम्मीद थी कि तुरंत डॉक्टर और स्टाफ की मदद मिलेगी, लेकिन वहां मौजूद हालात निराशाजनक निकले। शिवम के अनुसार अस्पताल में उस समय केवल एक युवक मौजूद था।
विज्ञापन
विज्ञापन
उन्होंने उससे तुरंत डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाई, लेकिन जवाब मिला कि डॉक्टर अभी मौके पर नहीं हैं और कुछ देर इंतजार करना पड़ेगा। इस दौरान शालू कुमारी की पीड़ा बढ़ती चली गई। करीब आधे घंटे तक वह अस्पताल के अंदर फर्श पर दर्द से कराहती रही, जबकि उसका पति इधर-उधर मदद के लिए दौड़ता रहा।
डॉक्टर के नहीं पहुंचने पर आखिरकार शालू कुमारी ने अस्पताल के फर्श पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। बच्चे के जन्म के बाद डॉक्टर मौके पर पहुंचे और जच्चा-बच्चा दोनों को वार्ड में शिफ्ट किया गया। पति शिवम ने स्टाफ और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि समय पर सहायता मिल जाती तो पत्नी को इस अमानवीय स्थिति से नहीं गुजरना पड़ता। हालांकि राहत की बात यह रही कि फिलहाल जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं।
मामले की जांच कराई जा रही : डॉ. वागेश गुटैन
छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एसएमओ डॉक्टर वागेश गुटैन ने बताया कि उन्हें सुबह डिलीवरी का मामला संज्ञान में आया है। प्रारंभिक जानकारी में स्ट्रेचर पर डिलीवरी की बात सामने आई है, फिर भी पूरे घटनाक्रम की जांच कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि जांच में यदि किसी भी कर्मचारी या स्टाफ की लापरवाही पाई गई तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।