{"_id":"694856a94255232d2109a955","slug":"praveen-kumari-writes-a-story-of-self-reliance-through-sewing-hamirpur-hp-news-c-94-1-ssml1011-177499-2025-12-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hamirpur (Himachal) News: प्रवीण कुमारी ने सिलाई से लिखी आत्मनिर्भरता की कहानी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hamirpur (Himachal) News: प्रवीण कुमारी ने सिलाई से लिखी आत्मनिर्भरता की कहानी
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर (हि. प्र.)
Updated Mon, 22 Dec 2025 01:50 AM IST
विज्ञापन
बदारन पंचायत के खुडियाना निवासी प्रवीण कुमारी घर पर कपड़े सिलते हुए। संवाद
विज्ञापन
सुजल शर्मा
धनेटा (हमीरपुर)। बदारन पंचायत की खुडियाना निवासी प्रवीण कुमारी दिव्यांग होने के बावजूद मेहनत कर परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही हैं। सूट सिलकर वह आत्मनिर्भर बनी हैं।
उन्होंने संघर्षपूर्ण जीवन के बाद भी हार नहीं मानी, जिसके परिणामस्वरूप आज वह अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हैं। बचपन में पोलियो की शिकार होने से उन्हें शारीरिक रूप से कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। स्कूली पढ़ाई के बाद उन्होंने गांव के सिलाई सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने उनकी शादी कर दी।
शादी के बाद वह सिलाई को लेकर कार्य नहीं कर पाईं। कुछ वर्षों बाद उनके पति का हृदयाघात से निधन हो गया। उस समय उनकी बेटी पांचवीं तथा बेटा कक्षा दसवीं में पढ़ाई कर रहे थे। पति की असमय मृत्यु के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। परिवार के भरण-पोषण के लिए उन्होंने घर पर ही सिलाई का कार्य शुरू किया।
उन्होंने आसपास के गांवों की महिलाओं के कपड़े सिलने शुरू किए। धीरे-धीरे उनके काम की गुणवत्ता और मेहनत के कारण उनके ग्राहक बढ़ने लगे। अब वह सलवार सूट, स्कूल वर्दी के साथ कुशन कवर आदि कपड़े सिल रही हैं। उन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद बच्चों की पढ़ाई व परवरिश की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। जीवन में आई हर चुनौती का साहस और आत्मविश्वास के साथ सामना किया।
प्रवीण कुमारी ने बताया कि शारीरिक अक्षमता के कारण सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में अनेक परेशानियां आईं, लेकिन उनका हौसला कभी कमजोर नहीं पड़ा। अब वह सिलाई के माध्यम से अपने परिवार के पालन पोषण के साथ मासिक खर्च निकाल रही हैं। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, यदि मन में मजबूत इरादा हो तो हर चुनौती को पार किया जा सकता है।
Trending Videos
धनेटा (हमीरपुर)। बदारन पंचायत की खुडियाना निवासी प्रवीण कुमारी दिव्यांग होने के बावजूद मेहनत कर परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रही हैं। सूट सिलकर वह आत्मनिर्भर बनी हैं।
उन्होंने संघर्षपूर्ण जीवन के बाद भी हार नहीं मानी, जिसके परिणामस्वरूप आज वह अपने परिवार का पालन पोषण कर रही हैं। बचपन में पोलियो की शिकार होने से उन्हें शारीरिक रूप से कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। स्कूली पढ़ाई के बाद उन्होंने गांव के सिलाई सेंटर में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने उनकी शादी कर दी।
विज्ञापन
विज्ञापन
शादी के बाद वह सिलाई को लेकर कार्य नहीं कर पाईं। कुछ वर्षों बाद उनके पति का हृदयाघात से निधन हो गया। उस समय उनकी बेटी पांचवीं तथा बेटा कक्षा दसवीं में पढ़ाई कर रहे थे। पति की असमय मृत्यु के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। परिवार के भरण-पोषण के लिए उन्होंने घर पर ही सिलाई का कार्य शुरू किया।
उन्होंने आसपास के गांवों की महिलाओं के कपड़े सिलने शुरू किए। धीरे-धीरे उनके काम की गुणवत्ता और मेहनत के कारण उनके ग्राहक बढ़ने लगे। अब वह सलवार सूट, स्कूल वर्दी के साथ कुशन कवर आदि कपड़े सिल रही हैं। उन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद बच्चों की पढ़ाई व परवरिश की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। जीवन में आई हर चुनौती का साहस और आत्मविश्वास के साथ सामना किया।
प्रवीण कुमारी ने बताया कि शारीरिक अक्षमता के कारण सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में अनेक परेशानियां आईं, लेकिन उनका हौसला कभी कमजोर नहीं पड़ा। अब वह सिलाई के माध्यम से अपने परिवार के पालन पोषण के साथ मासिक खर्च निकाल रही हैं। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, यदि मन में मजबूत इरादा हो तो हर चुनौती को पार किया जा सकता है।