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Budget 2024: एक फैसले से सोने की तस्करी का कोढ़ होगा खत्म, यूपी में सात गुना बढ़ गई थी तस्करी

अभिषेक गुप्ता, अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ Published by: रोहित मिश्र Updated Wed, 24 Jul 2024 06:30 AM IST
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सार

Union Budget 2024: अभी तक सोने पर 10 फीसदी कस्टम ड्यूटी और 5 फीसदी कृषि सेस था। मंगलवार को जारी बजट में सोने पर कस्टम ड्यूटी से 5 फीसदी खत्म कर दी गई।

Budget 2024: One decision will end the scourge of gold smuggling, smuggling had increased seven times in UP
सोने की तस्करी में तेजी की बड़ी वजह भारी भरकम कस्टम ड्यूटी है। - फोटो : istock

विस्तार
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दस साल से सोने में आयात शुल्क घटाने की मांग कर रहे सराफा बाजार के लिए मंगलवार का दिन मंगलकारी साबित हुआ। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने जैसे ही सोने से आयात शुल्क व कृषि सेस 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी करने की घोषणा की, तो सराफा बाजार को भी एकबारगी यकीन नहीं हुआ। कस्टम ड्यूटी में नौ फीसदी की कमी होते ही कस्टम विभाग ने भी राहत की सांस ली, क्योंकि यूपी में सोने की बढ़ती तस्करी चुनौती बन गई थी। इस एक फैसले से सोने की तस्करी पर करीब-करीब लगाम लग जाएगी, क्योंकि मुनाफा 10 फीसदी से घटकर 1-2 फीसदी बचेगा।

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अभी तक सोने पर 10 फीसदी कस्टम ड्यूटी और 5 फीसदी कृषि सेस था। इस बजट में सोने पर कस्टम ड्यूटी से 5 फीसदी खत्म कर दी गई। वहीं कृषि सेस 5 फीसदी से कवल 1 फीसदी कर दिया। यानी सोने पर कस्टम शुल्क 15 फीसदी से घटकर 6 फीसदी रह गया। बेतहाशा शुल्क की वजह से यूपी में सोना तस्करों की जड़ें तेजी से फैल रहीं थीं। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कस्टम ने वर्ष 2022-23 में 20 किलोग्राम तस्करी का सोना पकड़ा था जो 23-24 में बढ़कर 140 किलोग्राम हो गया। लखनऊ व बनारस एयरपोर्ट से सबसे ज्यादा सोना पकड़ा जा रहा है। ये सोना दुबई के रूट से पहुंच रहा है। वहीं सड़क मार्ग से नेपाल, नाॅर्थईस्ट से म्यांमार और बांग्लादेश को भी सेफ पैसेज माना जाता है।
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यहां सोने पर ड्यूटी
सोने की तस्करी में तेजी की बड़ी वजह भारी भरकम कस्टम ड्यूटी है। दुबई में सोना ड्यूटी फ्री है और भारत की तुलना में वहां करीब 10 लाख रुपये किलो सस्ता है। दुबई से सोना लाने वाले ‘कैरियर’ को एक राउंड में केवल 20 से 25 हजार रुपये मिलते हैं। जबकि मास्टरमाइंड को एक किलोग्राम सोने की तस्करी में करीब छह लाख रुपये का मुनाफा होता है। छह फीसदी ड्यूटी रह जाने से 4 से 5 फीसदी देने में ही निकल जाएंगे। महज 1-2 फीसदी के लिए कोई तस्करी का जोखिम नहीं उठाएगा।

फैसले पर खुशी जताते हुए यूपी सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश चंद्र जैन ने कहा कि इंतजार का फल मीठा होता है। लंबे समय से उद्योग इसकी मांग कर रहा था। उन्होंने कहा कि कारोबार में सफाई हो जाएगी। वहीं ऑल इंडिया गोल्डस्मिथ एंड ज्वैलर्स फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने कहा कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल इन तीनों राज्यों में अब तक देश में दर्ज कुल सोने की तस्करी के 60 प्रतिशत से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। दो साल में इन राज्यों की हिस्सेदारी घटकर करीब 48 प्रतिशत रह गई। वहीं यूपी ने तस्करी के मामले में तेज छलांग मारी थी, जो सात गुना बढ़ गई थी।

शुल्क घटते ही सोना चार हजार रुपये धड़ाम
सोने से आयात शुल्क 9 फीसदी कम होने की घोषणा होते ही कीमतें गिर गईं। एमसीएक्स में सोना सोना 4 हजार रुपये प्रति दस ग्राम सस्ता हो गया। मंगलवार सुबह एमसीएक्स में सोने का उच्च स्तर 72850 रुपये प्रति दस ग्राम था। बजट के बाद कीमत 68500 रुपये पर आ गिरीं। बाजार भाव की बात करें तो सोना 73.500 रुपये से गिरकर 71,000 रुपये हो गया। चांदी एमसीएक्स पर 89015 रुपये किलो थी, जो 84275 रुपये किलो पर आ गिरी। वहीं चांदी का बाजार भाव 90,700 रुपये से गिरकर 88000 रुपये किलो हो गया।

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