यूपी की 13 सीटों पर 57.58 फीसदी मतदान, शहरों के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्रों में रहा ज्यादा उत्साह
लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की 13 संसदीय सीटों पर सोमवार को छिटपुट घटनाओं के बीच मतदान संपन्न हो गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, सांसद साक्षी महाराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल समेत कुल 152 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया।
2014 के मुकाबले इस बार इन 13 सीटों पर थोड़ा कम मतदान हुआ। चौथे चरण के चुनाव में इन 13 सीटों पर 57.58 फीसदी वोट पड़े जबकि 2014 में इन 13 सीटों पर 58.39 प्रतिशत मतदान हुआ था। उधर निघासन विधानसभा सीट के उपचुनाव में 62 फीसदी मतदान हुआ है। निघासन में भी 2014 के लोकसभा व 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले कम मतदान हुआ।
मतदान के आंकड़ों के अंतिम मिलान के बाद मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी या कमी भी हो सकती है। चुनाव आयोग ने शांतिपूर्ण मतदान का दावा करते हुए मतदान के दौरान गड़बड़ी के आरोपों व शिकायतों को खारिज किया है।
चौथे चरण में शाहजहांपुर, खीरी, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रूखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर, जालौन, झांसी व हमीरपुर संसदीय सीटों के लिए सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले गए। खीरी व झांसी में सर्वाधिक 63 प्रतिशत वोट पड़े जबकि सबसे कम 50.87 प्रतिशत वोट शाहजहांपुर में डाले गए। चुनाव आयोग के मुताबिक इन संसदीय क्षेत्रों में औसतन 57.58 प्रतिशत वोटिंग हुई है।
शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में वोटरों में ज्यादा उत्साह
सोमवार को सुबह के वक्त तो मतदान केंद्रों पर खासी गहमागहमी रही लेकिन दोपहर में गर्मी की वजह से मतदान थीमा रहा। शाम को फिर थोड़ी तेजी दिखाई दी। शहरी क्षेत्रों के मुकाबले ग्रामीण इलाकों में वोटरों में ज्यादा उत्साह दिखाई दिया। प्रमुख दलों के प्रत्याशियों और उनके समर्थकों में वोट डलवाने की होड़ लगी रही।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि चौथे चरण में मतदान शुरू होने के बाद 152 ईवीएम व 855 वीवीपैट खराब होने की शिकायतें मिलीं जिन्हें बदलकर मतदान कराया गया। मॉक पोल के दौरान 178 ईवीएम व 350 वीवीपैट बदली गई।
देखें- कहां, कितने प्रतिशत हुआ मतदान
शाजहांपुर--50.87 प्रतिशत--57.03 प्रतिशत
खीरी--63.00 प्रतिशत--64.24 प्रतिशत
हरदोई--57.49 प्रतिशत--56.72 प्रतिशत
मिश्रिख--56.20 प्रतिशत--57.87 प्रतिशत
उन्नाव --59.33 प्रतिशत--55.47 प्रतिशत
फर्रूखाबाद--59.37 प्रतिशत--60.30 प्रतिशत
इटावा--56.46 प्रतिशत--55.03 प्रतिशत
कन्नौज--59.48 प्रतिशत--61.68 प्रतिशत
कानपुर--51.09 प्रतिशत--51.83 प्रतिशत
अकबरपुर--55.80 प्रतिशत--54.90 प्रतिशत
जालौन--56.58 प्रतिशत--58.83 प्रतिशत
झांसी--63.00 प्रतिशत--68.30 प्रतिशत
हमीपुर--60.91 प्रतिशत--56.30 प्रतिशत